मुसलमानों में मोदी का भय दिखा रहा विपक्ष: गडकरी
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि कांग्रेस का हाथ गरीबों के साथ नहीं बल्कि गरीबों की जेब में है। आज देश धनवान व जनता गरीब है। अंकगणित समझाते हुए कहा, जब देश आजाद हुआ था तो एक...
भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा है कि कांग्रेस का हाथ गरीबों के साथ नहीं बल्कि गरीबों की जेब में है। आज देश धनवान व जनता गरीब है। अंकगणित समझाते हुए कहा, जब देश आजाद हुआ था तो एक डालर की कीमत एक रुपये थी, आज एक डालर की कीमत 62 रुपये हो गयी है। देश की इस हालत के लिए कांग्रेस की गलत नीतियां जिम्मेदार हैं।
गडकरी सोमवार को सलेमपुर से पार्टी प्रत्याशी रविन्दर कुशवाहा के समर्थन में बिल्थरारोड में आयोजित चुनावी जनसभा में बोल रहे थे। कहा कि कैग की रिपोर्ट के अनुसार कांग्रेस के राज्य में 4 लाख 88 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। ये पैसे जनता की गाढ़ी कमाई के थे। मुलायम व मायावती पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ये कांग्रेस के भाई-बहन हैं। दिल्ली में ये कांग्रेस के साथ रहते हैं और लखनऊ में नूरी कुश्ती लड़ते रहते हैं। आरोप लगाया कि मुसलमानों में मोदी का भय दिखाकर कांग्रेस, सपा व बसपा नफरत फैलाने की राजनीति कर रही है। उन्हें मुसलमानों की शिक्षा व जीवन स्तर उठाने की कोई फिक्र नहीं है।
किसानों पर फोकस करते हुए गडकरी ने कहा कि यहां के किसान शहरों में 4 या 5 हजार की नौकरी करने के लिए मजबूर हैं। जबकि हमारे यहां के किसान धान के भूसे से बिजली पैदा करता है। यही नहीं वह गन्ने के सीरे से एथेनाल तैयार करता है, जो डीजल/ पेट्रोल का काम करता है। स्थिति यह है कि पूना में 12 हजार किसान कम्पनियों के मालिक हैं। दूसरी ओर यूपी में चीनी मिलें बंद हो रही हैं। इसके लिए सरकार की नीति जिम्मेदार हैं। उन्होंने शिक्षा, अस्पताल, पानी, सड़क व दवा की बदहाली पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया। सभी दलों द्वारा नरेन्द्र मोदी को निशाना बनाने की चर्चा करते हुए गडकरी ने कहा कि उसी पेड़ पर ज्यादा पत्थर फेंके जाते हैं जो फलदार होते हैं। दावा किया कि मोदी की सरकार बनने पर सिर्फ 6 माह में ही महंगाई 25 फीसदी कम हो जायेगी।
सभा को पार्टी प्रत्याशी रविन्दर कुशवाहा ने भी संबोधित किया। इस मौके पर सकलदीप राजभर, सूर्यबली राम, विजय बहादुर सिंह, डा. दयानंद वर्मा, विनय सिंह, रमाशंकर गुप्त, कैलाश विहारी सिंह, दिनेश्वर सिंह, राजकुमार शाही, लाल बहादुर भारती, अजय सिंह, भोला शर्मा, चुन्नू सिंह, अमित सिंह, विजय सिंह, शान्तनु सिंह, संदीप वर्मा, नंदा वर्मा, विनोद शर्मा, धर्मेन्द्र सोनी आदि थे। अध्यक्षता देवेन्द्र गुप्त व संचालन प्रमोद सिंह ने किया।