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वैज्ञानिकों ने खोला कम और अधिक आयु का राज, आप भी जान लीजिए

कभी सोचा कि मनुष्य समेत कुछ जानवरों की आयु ज्यादा जबकि पक्षियों व कुछ जानवरों की आयु कम क्यों होती है? यह प्रश्न लंबे समय से वैज्ञानिकों के लिए भी शोध का विषय रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के...

वैज्ञानिकों ने खोला कम और अधिक आयु का राज, आप भी जान लीजिए
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 04 Jul 2015 08:27 AM
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कभी सोचा कि मनुष्य समेत कुछ जानवरों की आयु ज्यादा जबकि पक्षियों व कुछ जानवरों की आयु कम क्यों होती है? यह प्रश्न लंबे समय से वैज्ञानिकों के लिए भी शोध का विषय रहा है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की टीम ने अपने अध्ययन के जरिए इस राज को खोलते हुए आयु कम और ज्यादा होने की वजह को स्पष्ट किया है।

मनुष्य हो जानवर या पक्षी सभी में जीव तंतु न्यूक्लिक एसिड, प्रोटीन, लिपिड्स और काब्रोहाइड्रेट्स जैसे जैविक अणुओं से ही बना है। सबके जीने का सहारा भी प्रकृति प्रदत्त आक्सीजन ही है। ऐसे में सवाल उठता है कि फिर मनुष्य और कुछ जानवर क्यों ज्यादा जीते हैं तथा कुत्ता और पक्षी जल्दी क्यों मर जाते हैं?

इविवि बायोकेमेस्ट्री विभाग के प्रो. एसआई रिजवी और उनके सहयोगियों केअध्ययन से पता चला है कि इसकी वजह प्लाज्मा मेम्बरेन रेडोक्स सिस्टम (पीएमआरएस) है। यह शरीर का एक ऐसा मैकेनिज्म है जो आक्सीजन को कोशिकाओं में पहुंचाने में होने वाले श्रम से हुए नुकसान की भरपाई करता है। मनुष्य हो जानवर या फिर पक्षी उसकी उम्र बढ़ने के साथ ही इस नुकसान की भरपाई करने की क्षमता भी कम होती जाती है।

जिनके शरीर के भीतर पीएमआरएस मैकेनिज्म बेहतर काम करता है वे अपेक्षाकृत ज्यादा जीते हैं। प्रो. रिजवी कहते हैं कि अंगूर, सेब, प्याज और ग्रीन टी में बायो एक्टिव मालीक्यूल पाए जाते हैं। इस कारण इनके सेवन से पीएमआरएस मैकेनिज्म और बेहतर तरीके से काम करता है। उम्र ज्यादा होने पर भी उनके शरीर में आक्सीजन को कोशिकाओं में पहुंचाने से होने वाले नुकसान की भरपाई की क्षमता अधिक होती है।

प्रो. रिजवी का अध्ययन शोध पत्रिका मेडिकल हाइपोथिसिस ऑफ एल्सेविएर में प्रकाशित हुआ है। लंबे समय से उम्र का राज जानने की दिशा में काम कर रहे प्रो. रिजवी कहते हैं कि यह अध्ययन एंटी एजिंग के क्षेत्र में हो रहे शोध में अत्याधिक सहायक साबित होगा।

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