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जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे: सिंह

अलगाववादी नेता मसर्रत आलम भट को जम्मू कश्मीर में गिरफ्तार किए जाने के बीच केंद्र ने आज कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर  रख रहा है और आतंकवाद तथा अलगाववाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया...

जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे: सिंह
एजेंसीFri, 17 Apr 2015 09:10 PM
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अलगाववादी नेता मसर्रत आलम भट को जम्मू कश्मीर में गिरफ्तार किए जाने के बीच केंद्र ने आज कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर  रख रहा है और आतंकवाद तथा अलगाववाद को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि काफी भिन्न विचारधाराओं के बावजूद राज्य में भाजपा-पीडीपी गठबंधन विशुद्ध रूप से शासन के लिए किया गया था और इसके सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मंत्री की यह टिप्पणियां बुधवार को राज्य में एक रैली के दौरान पाकिस्तानी झंडा लहराने के संबंध में आलम की गिरफ्तारी के बाद आयी हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जम्मू कश्मीर में स्थिति पर करीब से नजर रख रही है। केंद्रीय गृह मंत्रालय समय समय पर हो रही घटनाओं से खुद अवगत है। वे जम्मू कश्मीर सरकार को बेशकीमती मार्गदशर्न भी मुहैया करा रहे हैं।

जितेन्द्र सिंह ने कहा, जहां तक केंद्र और राज्य में भाजपा का संबंध है, राष्ट्रवाद और देशभक्ति का संबंध है, हमारा रुख हमेशा से एक ही रहा है। हम आतंकवाद, अलगाववाद के प्रति कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति का अनुसरण करते हैं, जम्मू कश्मीर में जो गठबंधन बना है वह विशुद्ध रूप से शासन के लिए है। सिंह ने स्पष्ट किया कि सिद्धांतों पर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सिद्धांतों से कोई समझौता नहीं किया जाएगा, जो 60-65 सालों से हमारे दिल के करीब रहे हैं, किसी को यह भ्रम नहीं पालना चाहिए कि केवल गठबंधन की सरकार में बने रहने के लिए भाजपा इनमें से किसी सिद्धांत पर समझौता करने को तैयार होगी।

मंत्री ने यह भी कहा कि जम्मू कश्मीर में खंडित जनादेश के कारण भाजपा और पीडीपी साक्षा न्यूनतम कार्यक्रम के आधार पर विशुद्ध रूप से शासन के लिए लोकतांत्रिक जिम्मेदारियों के निर्वाह के मकसद से सरकार गठन के लिए एक दूसरे के साथ आए थे। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि आज के अनुभव से भी दोनों दल यह सबक सीखेंगे कि उन्हें एक दूसरे के अधिकार क्षेत्र और वैचारिक दष्टिकोण में घुसपैठ नहीं करनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जतायी कि दोनों पक्ष आम आदमी से जुड़े व्यापक हितों वाले मुद्दों पर अपनी ताकत लगाएंगे।

सिंह ने यह भी उम्मीद जतायी कि दोनों दल उन मुद्दों पर सहमत होना सीखेंगे जिन पर हम एक दूसरे की आंखों में आंखें डालकर नहीं देखते और दोनों आए दिन ऐसी विवादास्पद स्थितियां पैदा नहीं होने देंगे। राज्य सरकार द्वारा आलम की गिरफ्तारी में हुई देरी के संबंध में सवाल किए जाने पर सिंह ने कहा कि मैं नहीं समझता कि इसमें देरी हुई, मुझे लेकिन यह विश्वास है कि आज की घटना हम सभी के लिए एक सबक होगी। हमें इस बारे में पूरी तरह स्पष्ट होना पड़ेगा कि कैसे आगे बढ़ा जाए और यदि यह देरी है तो इससे बचा जाना चाहिए।

केंद्र की जिम्मेदारी के संबंध में सिंह ने कहा कि मैं चर्चा में खुद को शामिल नहीं करना चाहूंगा क्योंकि राज्य सरकार इस मामले में पहले से ही कार्रवाई कर रही है और इसलिए कोई अवांछित टिप्पणी राज्य सरकार की योजना में हस्तक्षेप होगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान तो हमेशा ही फायदा उठाने की फिराक में रहता है लेकिन जहां तक हमारा और भाजपा का संबंध है हम इस बारे में पूरी तरह स्पष्ट हैं। अलगाववाद और आतंकवाद के प्रति हमारी कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति है।

जितेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारा ऐसा संगठन है जिसके संस्थापकों ने देशभक्ति के नाम पर जम्मू कश्मीर की धरती पर अपने प्राण न्यौछावर किए थे और ऐसे में हमारे अपने अस्तित्व का मूल कहलाने वाले आधाभूत सिद्धांतों से भटकना हमारे लिए पाप है।

गिरफ्तारी पर टिप्पणी करते हुए गह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि गठबंधन सरकार जम्मू कश्मीर के हित में है, इसे भाजपा या केंद्र सरकार के लिए एक कमजोरी के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए। हम इस बारे में पूरी तरह स्पष्ट हैं। उन्होंने कहा कि जहां तक हमारी अवधारणा का संबंध है, हम भारतीय क्षेत्र के भीतर किसी प्रकार की भारत विरोधी गतिविधि बर्दाश्त नहीं करेंगे। इसलिए राज्य सरकार को हमारी तरफ से प्रोत्साहन था कि उन्हें और देरी किए बिना तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।

रिजीजू ने कहा कि वह इसे बेहद स्पष्ट करना चाहते हैं कि कोई भी जो भारतीय व्यवस्था का उल्लंघन करता है या ऐसा काम करता है जो देश के राष्ट्रीय गौरव और राष्ट्रीय भावनाओं पर नकारात्मक असर डालती है या कानून का उल्लंघन करती है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई करने के साधन हैं। उन्होंने कहा कि आलम का आचरण ऐसा रहा है कि जो राष्ट्रीय हितों को गिराता है और इसलिए नियमों के अनुसार उसके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।

उन्होंने कहा कि ऐसे लोग हैं जो घाटी में अनावश्यक तनाव फैलाने का प्रयास कर रहे हैं जहां बहुसंख्यक लोग ऐसे विचार नहीं रखते हैं। कुछ छोटे मोटे तत्व हैं, जो इस प्रकार पाकिस्तानी झंडा लहराते हैं या पाकिस्तान समर्थक नारेबाजी करते हैं। वे बहुसंख्यक कश्मीरी नहीं हैं। ये मामूली तत्व हैं।

रिजीजू ने कहा कि कार्रवाई सरकार को करनी है और सरकार यह कर रही है। हम बहुत स्पष्ट हैं कि हम कश्मीर तथा देश में कहीं भी ऐसी सभी गतिविधियों पर नजर रखेंगे। भाजपा और पीडीपी की राजनीतिक विचारधारा के एकदम भिन्न होने और चुनाव में खंडित जनादेश के कारण दोनों के साथ आने की बात करते हुए रिजीजू ने कहा, इसका यह मतलब नहीं है कि हम राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करेंगे। हम अपने नजरिए को बेहद स्पष्ट करते रहेंगे। भारत सरकार इसे पूरी तरह स्पष्ट कर चुकी है।

संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि कोई भी जिसकी पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति है वह स्वीकार्य नहीं है। यहां कानून है, नियम है, कानून अपना काम कर रहा है। हम अपने देश में नहीं चाहते कि कोई राष्ट्र विरोधी काम करे। 45 वर्षीय कट्टरपंथी नेता मसर्रत आलम को बीती रात घर में नजरबंद कर दिया गया था और उसे आज सुबह हब्बाकदाल इलाके में उसके घर से गिरफ्तार कर शहीद गंज पुलिस स्टेशन ले जाया गया।

बुधवार को गिलानी के स्वागत के लिए आयोजित रैली में पाकिस्तान के क्षंडे लहराए गए और भारत विरोधी नारेबाजी की गयी। इसके बाद राज्य सरकार में पीडीपी की सहयोगी भाजपा ने भट को फिर से गिरफ्तार किए जाने की मांग की।

 

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