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Hindi Newsयाकूब की पत्नी के लिए राज्यसभा सीट की मांग करने वाले महाराष्ट्र सपा उपाध्यक्ष फारुख घोसी निलंबित

याकूब की पत्नी के लिए राज्यसभा सीट की मांग करने वाले महाराष्ट्र सपा उपाध्यक्ष फारुख घोसी निलंबित

वर्ष1993 के श्रृंखलाबद्ध धमाकों के गुनहगार याकूब मेमन को फांसी पर लटकाने के बाद भी सियासत थम नहीं रही है। उसे फांसी दिए जाने के दूसरे दिन ही महाराष्ट्र प्रदेश समाजवादी  पार्टी के उपाध्यक्ष...

याकूब की पत्नी के लिए राज्यसभा सीट की मांग करने वाले महाराष्ट्र सपा उपाध्यक्ष फारुख घोसी निलंबित
एजेंसीSat, 01 Aug 2015 06:43 PM
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वर्ष1993 के श्रृंखलाबद्ध धमाकों के गुनहगार याकूब मेमन को फांसी पर लटकाने के बाद भी सियासत थम नहीं रही है। उसे फांसी दिए जाने के दूसरे दिन ही महाराष्ट्र प्रदेश समाजवादी  पार्टी के उपाध्यक्ष मोहम्मद फारूक घोसी ने अपनी पार्टी के नेता मुलायमसिंह यादव को चिट्ठी लिखकर याकूब की बीवी राहीन को सांसद बनाने की मांग करके राजनीति गरमा दी है।

घोसी की इस विवादास्पद मांग पर शिवसेना, भाजपा और कांग्रेस ने जहां तीखी प्रतिक्रिया दी है वहीं याकूब की फांसी का विरोध करने वाले नेता असदउद्दीन ओवैसी ने खुद को इस विवाद से अलग रखा है। उनका कहना है कि यह सपा का अनदरूनी मामला है। इधर सपा के प्रदेश अध्यक्ष अबु असिम आजमी ने घोसी को पार्टी के सभी पदों से हटा दिया है और उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

पार्टी की ओर से की गई कार्रवाई के बाद घोसी ने हिन्दुस्तान से बातचीत में कहा है कि मैं अपनी मांग पर अब भी कायम हूं। मैंने किसी अपराधी का साथ नहीं दिया है। राहीन को अदालत ने निर्दोष बरी किया है। आज मैं राहीन को बेसहारा पाता हूं। मैं पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव, राष्ट्रीय प्रवक्ता रामगोपाल यादव और प्रदेश अध्यक्ष आजमी से मिलकर उन्हें समझाने की कोशिश करूंगा। उन्होंने कहा कि मैंने एक समाजवादी  होने के नाते अपनी बात कही है और अगर पार्टी को लगता है कि मुझे ऐसी बात नहीं करनी चाहिए तो यह उनकी सोच है। लेकिन मेरा मानना है कि राहीन को राज्यसभा सदस्य बनाना चाहिए और उसे कमजोर एवं बेसहारा मुसलमानों की आवाज बनाना चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष आजमी ने घोसी की मांग को निजी बताते हुए गैरजिम्मेदाराना करार दिया है। उन्होंने कहा कि पत्र लिखने से पहले घोसी को उनसे मशविरा करना चाहिए था। फिलहाल घोसी को पद से हटाकर उनसे सफाई देने को कहा गया है।

इस बीच शिवसेना विधायक नीलम गोर्हे ने कहा कि समाजवादी पार्टी के  नेता राजनीतिक फायदा उठाना चाहते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि यह उनका अपना आंतरिक पार्टीगत मामला है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि उनका एजेंडा मुद्दे को सांप्रदायिक मोड़ देना है। अब मामले को राजनीतिक रंग नहीं दिया जाए। भाजपा नेता माधव भंडारी ने भी कहा कि घोसी की टिप्पणियां साबित करती हैं कि समाजवादी पार्टी की रूचि बस वोट बैंक की राजनीति में है और पार्टी को इस मुद्दे पर अपना रूख साफ करना चाहिए।

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