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सी-सैट पर संसद में हंगामा, सरकार ने कहा हल जल्दी

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा के पाठ्यक्रम पर उठे विवाद को लेकर राज्यसभा में शुक्रवार को भी हंगामा हुआ। केंद्रीय गृह मंत्री ने सदन को यह भरोसा दिलाया कि सरकार इसका उचित समाधान...

सी-सैट पर संसद में हंगामा, सरकार ने कहा हल जल्दी
एजेंसीFri, 01 Aug 2014 08:49 PM
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संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा के पाठ्यक्रम पर उठे विवाद को लेकर राज्यसभा में शुक्रवार को भी हंगामा हुआ। केंद्रीय गृह मंत्री ने सदन को यह भरोसा दिलाया कि सरकार इसका उचित समाधान निकालेगी।

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में कहा कि सरकार यूपीएससी परीक्षा के भाषा से संबंधित मुद्दे का उचित समाधान जल्द ढूंढ निकालेगी। उन्होंने कहा, ''सरकार ने छात्रों के प्रदर्शन को गंभीरता से लिया है। हमें इस मामले से संबंधित समिति की रिपोर्ट प्राप्त हुई है और हम इसका अध्ययन कर रहे हैं।''

अरविंद वर्मा की अध्यक्षता वाली समिति ने गुरुवार को केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इस समिति का गठन यूपीएससी परीक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव के विभिन्न पहलुओं को देखने के लिए किया गया था। केंद्रीय मंत्री का यह बयान इस मुद्दे पर विभिन्न सांसदों की ओर से चिंता जताए जाने और इस पर तुरंत कोई कदम उठाने की मांग करने के बाद आया।

राजनाथ के जवाब से असंतुष्ट कांग्रेस, समाजवादी पार्टी (सपा) और वाम मोर्चे ने सदन से बर्हिगमन कर दिया। इससे पहले, संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा के पाठ्यक्रम पर उठे विवाद को लेकर राज्यसभा में प्रश्नकाल सुचारू रूप से नहीं चल पाया।

सदन में विपक्ष ने यूपीएससी परीक्षा को लेकर रिपोर्ट के ब्यौरे की मांग की, जिसको लेकर हुए हंगामे के कारण दोपहर से पहले ऊपरी सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी। अरविंद वर्मा की अध्यक्षता वाली कमेटी ने गुरुवार को केंद्र सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी। इस कमेटी का गठन यूपीएससी परीक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव के विभिन्न पहलुओं को देखने के लिए किया गया था।

विपक्षी सदस्यों ने कहा कि सरकार को प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों की समस्या का तुरंत समाधान करना चाहिए। जनता दल (यूनाइटेड) के शरद यादव और समाजवादी पार्टी (सपा) के नरेश अग्रवाल ने प्रश्नकाल की समाप्ति से पहले इस पर तत्काल जवाब देने की मांग की।

केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री वेंकैया नायडू ने सदन के सदस्यों से प्रश्नकाल के दौरान सहयोग करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि सरकार प्रश्नकाल के बाद सिविल सर्विसेज एप्टीट्युट टेस्ट (सीसैट) पर जवाब देगी।

'सदस्य चाहते हैं तो दूसरा अध्यक्ष चुन लें'

उधर, लोकसभा में सदस्यों के व्यवहार से दुखी अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि वह नियमों के अनुसार काम रही हैं और यदि सदस्य उनसे संतुष्ट नहीं तो वे इस पद पर किसी और को चुन सकते हैं।
 
महाराष्ट्र में पुणे जिले के मालिनगांव में भूस्खलन से हुई तबाही पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह के बयान के बाद कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे तथा कुछ अन्य सदस्यों ने उनसे कुछ स्पष्टीकरण मांगना चाहा, लेकिन अध्यक्ष ने इसकी अनुमति नहीं दी। इस पर कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा कुछ अन्य सदस्य खडगे का समर्थन करते हुए आसन के समीप आ गए।
 
अध्यक्ष ने कहा कि सदन में मंत्री के बयान के बाद स्पष्टीकरण मांगने की पंरपरा नहीं है। सदस्य यदि चर्चा चाहते हैं तो वे इसके लिए नोटिस दे सकते हैं और यदि शून्य काल में उठाना चाहते हैं तो ठीक है, लेकिन इस पर स्पष्टीकरण की इजाजत नहीं दी जाएगी। इसके बाद भी कांग्रेस के तथा कुछ अन्य सदस्यों के बार बार खडे़ होकर टोकाटाकी करने पर महाजन ने कहा कि इसी तरह से हर समय अगर सुझाव देना चाहते हैं तो दूसरा अध्यक्ष चुन लीजिए।
 
इससे पूर्व, राष्ट्रीय जनता दल के राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव संघ लोकसेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा में सीसेट खत्म करने की मांग को लेकर आंदोलनरत छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई के बारे में एक अखबार में छपी रिपोर्ट दिखाते हुए आसन के पास आ गए और अपनी बात न सुने जाने पर उन्होंने अखबार फाड़कर अध्यक्ष तथा महासचिव की मेज की तरफ फेंक दिया।

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