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देश का 29वां राज्य बना तेलंगाना, चंद्रशेखर राव ने ली पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ

भारत के 29वें राज्य के रूप में आज तेलंगाना अस्तित्व में आ गया और टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने इसके पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। इसके साथ ही आंध्रप्रदेश से अलग एक राज्य बनाने के लिए...

देश का 29वां राज्य बना तेलंगाना, चंद्रशेखर राव ने ली पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 03 Jun 2014 12:34 AM
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भारत के 29वें राज्य के रूप में आज तेलंगाना अस्तित्व में आ गया और टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव ने इसके पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। इसके साथ ही आंध्रप्रदेश से अलग एक राज्य बनाने के लिए क्षेत्र में चल रहा दशकों पुराना संघर्ष समाप्त हो गया।
    
60 वर्षीय केसीआर को राजभवन में राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन द्वारा शपथ दिलाई गई। केसीआर के साथ उनके बेटे के टी रामा राव, भतीजे टी हरीश राव और नौ अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। आंध्रप्रदेश के विभाजन की लंबी प्रक्रिया के बाद आए इस ऐतिहासिक अवसर के उपलक्ष्य में राज्यभर में जश्न मनाया जा रहा है।
    
नए राज्य के मंत्रिमंडल में शामिल जिन अन्य नौ मंत्रियों ने शपथ ली है, उनके नाम हैं- मोहम्मद महमूद अली, टी राजैया, नयनी नरसिंह रेड्डी, इतेला राजेंद्र, पी श्रीनिवास रेड्डी, टी पदमा राव, पी महेंद्र रेड्डी, जोगू रमन्ना और जी जगदीश रेड्डी।

शपथ ग्रहण समारोह विवादों से अछूता नहीं रहा, क्योंकि दूसरे राज्य के भावी मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू इसमें शामिल नहीं हुए। इसे इन दोनों क्षेत्रीय क्षत्रपों के बीच असहमति के शुरूआती संकेतों के रूप में देखा जा रहा है। सूत्रों ने कहा कि तेलुगू देशम पार्टी के अध्यक्ष इस बात से नाराज थे कि न तो उन्हें निजी तौर पर आमंत्रित किया गया और न ही निमंत्रण के लिए कोई फोन ही किया गया। वह प्रशासन की ओर से भेजा गया एक नियमित निमंत्रण था।
    
नायडू को आठ जून को विजयवाड़ा और गंटूर के बीच आयोजित समारोह में आंध्रप्रदेश के दूसरे हिस्से के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेनी है। तेलंगाना के गठन का स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को तरक्की की नई उंचाइयों पर ले जाने में केंद्र की ओर से पूरा सहयोग देने का वादा किया। उन्होंने केसीआर को भारत के 29वें राज्य के पहले मुख्यमंत्री बनने पर बधाई और जनता को शुभकामनाएं दीं।

टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव के नेतत्व में नवगठित तेलंगाना की सरकार को शपथ दिलवाने के लिए एकीकत आंध्रप्रदेश में लागू राष्ट्रपति शासन को आंशिक रूप से हटा दिया गया था। हालांकि केंद्रीय शासन शेष आंध्रप्रदेश में तब तक जारी रहेगा, जब तक तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू मुख्यमंत्री के रूप में शपथ नहीं ले लेते।
     
इससे पहले नरसिम्हन ने तेलंगाना के पहले राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी। आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश कल्याण ज्योति सेनगुप्ता ने नरसिम्हन को शपथ दिलाई थी। नरसिम्हन तेलंगाना और शेष आंध्रप्रदेश दोनों के संयुक्त राज्यपाल होंगे। तेलंगाना और शेष आंध्रप्रदेश की संयुक्त राजधानी हैदराबाद होगी।
     
केसीआर ने अपने करियर की शुरूआत मेडक जिले में कांग्रेस पार्टी की युवा शाखा के साथ 1970 के दशक में की थी। उस समय कांग्रेस पार्टी की इस शाखा पर संजय गांधी का नियंत्रण था। केसीआर 1983 में तेदेपा में शामिल हुए और उन्होंने ए मदन मोहन के खिलाफ चुनाव लड़ा। ये चुनाव वे हार गए थे।
    
केसीआर 1985 से 1999 के बीच सिद्धीपेट से लगातार चार विधानसभा चुनाव जीते थे। वे आंध्र विधानसभा में उपाध्यक्ष के पद पर भी रहे। टीआरएस कांग्रेस के नेतत्व वाले संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की सम्मिलित सरकार का हिस्सा थी। बाद में पार्टी ने गठबंधन से अपना समर्थन यह कहते हुए वापस ले लिया था कि यह गठबंधन अलग तेलंगाना राज्य की उनकी मांग को आगे नहीं बढ़ा रहा है।
   
वर्ष 2004 में उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ा और संप्रग-1 की केंद्र सरकार में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री बने। वर्ष 2006 में उन्होंने तेलंगाना मुददे पर इस्तीफा दे दिया था। वर्ष 2009 में उन्होंने महबूबनगर से लोकसभा का उपचुनाव टीआरएस की ओर से लड़ा। पार्टी ने आम चुनाव विपक्षी गठबंधन के तौर पर लड़ा।
   
हाल में हुए विधानसभा चुनावों में टीआरएस के हिस्से तेलंगाना की 119 सीटों में से 63 सीटें आईं और उसे बहुमत मिला। नए राज्य में उल्लास का माहौल है, जहां टीआरएस के कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने अपने नेता का अभिवादन करने के लिए बड़े-बड़े कटआउट, बैनर, बंदनवार और गुब्बारे लगाकर पूरा हैदराबाद गुलाबी रंग में रंग डाला है। दरअसल टीआरएस के झंडे का रंग गुलाबी है।
   
विभिन्न सांस्कतिक कार्यक्रमों के आयोजन की योजना बनाई गई है और आज रात इस अवसर का जश्न मनाने के लिए खूबसूरत हुसैन सागर झील पर पीपुल्स प्लाजा और टैंक बुंड से आतिशबाजी की जाएगी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज तेलंगाना गठन की सराहना की और राज्य को प्रगति की नयी ऊंचाइयों तक पहुंचने में केंद्र की पूरी सहायता मुहैया कराने का वादा किया। उन्होंने 29वें राज्य का पहला मुख्यमंत्री बनने पर के चंद्रशेखर राव को बधाई दी और वहां के लोगों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने ट्वीट किया, भारत को मिला एक नया राज्य। हम अपने 29वें राज्य के तौर पर तेलंगाना का स्वागत करते हैं। आगामी वर्षों में हमारी विकास यात्रा में तेलंगाना मजबूती देगा। उन्होंने कहा है, केंद्र राज्य को प्रगति की नयी ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रदेश की जनता और तेलंगाना सरकार को पूर्ण समर्थन का भरोसा दिलाता है।
    
वर्षों के संघर्ष और कई लोगों के बलिदान के बाद तेलंगाना के जन्म का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा, हम आज उन्हें अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, राज्य की विकास यात्रा के लिए लोगों को मेरी शुभकामनाएं। नवगठित राज्य तेलंगाना के मुख्यमंत्री के तौर पर के चंद्रशेखर राव ने आज शपथ ली। तेलंगाना में राष्ट्रपति शासन हटाने की अधिसूचना आज सुबह जारी की गयी।

नरसिम्हन ने ली राज्यपाल के तौर पर शपथ
आंध्रप्रदेश के राज्यपाल ई एस एल नरसिम्हन ने आज देश के 29वें राज्य तेलंगाना के राज्यपाल के तौर पर शपथ ली। आंध्रप्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायमूर्ति कल्याण जोशी सेनगुप्ता ने नरसिम्हन को शपथ दिलाई। नरसिम्हन नवगठित तेलंगाना और शेष आंध्रप्रदेश, दोनों राज्यों के राज्यपाल होंगे। हैदराबाद तेलंगाना और शेष आंध्रप्रदेश की संयुक्त राजधानी होगा।

राजीव शर्मा होंगे तेलंगाना के मुख्य सचिव
तेलंगाना राज्य के अस्तित्व में आने से एक दिन पहले तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के लिए रविवार को मुख्य सचिवों और डीजीपी की नियुक्ति कर दी गई। मुख्य सचिव पीके मोहंती ने वरिष्ठ आईएएस कृष्णा राव आंध्र के और राजीव शर्मा तेलंगाना के मुख्य सचिव नियुक्त किए गए हैं। मोहंती ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली, कृष्णा राव को आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव के तौर पर पूर्ण प्रभार दे दिया गया है। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों जेवी रामुदू आंध्र के और अनुराग शर्मा तेलंगाना के डीजीपी होंगे।

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