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तारा शाहदेव मामलाः जज समेत तीन पर एफआइआर के आदेश

राष्ट्रीय शूटर तारा शाहदेव को प्रताड़ित करने और उसके धर्म परिवर्तित कराने, निकाह कराने के मुख्य आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन को रांची से भगाने में सहयोग करने के आरोपियों के खिलाफ एफआइआर...

तारा शाहदेव मामलाः जज समेत तीन पर एफआइआर के आदेश
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 06 Sep 2014 11:40 PM
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राष्ट्रीय शूटर तारा शाहदेव को प्रताड़ित करने और उसके धर्म परिवर्तित कराने, निकाह कराने के मुख्य आरोपी रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन को रांची से भगाने में सहयोग करने के आरोपियों के खिलाफ एफआइआर करने का आदेश दिया गया है। यह आदेश डीआइजी प्रवीण कुमार ने एसएसपी प्रभात कुमार को दिया है।

शनिवार को इस संबंध में डीआइजी ने निर्देश जारी कर दिया। रांची पुलिस को यह निर्देश दिया गया है कि अनुसंधान के क्रम में बिहार के शेरघाटी के न्यायिक दंडाधिकारी राजेश प्रसाद, कोहली का नजदीकी दोस्त रोहित रमण और देवघर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव के अंगरक्षक अजय कुमार के खिलाफ एफआइआर करने का आदेश दिया है।

क्या है आरोप
आरोप है कि तारा शाहदेव ने 19 अगस्त को ही रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन और उनकी मां कौशल रानी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उस समय कोहली दिल्ली में था। 20 अगस्त को रांची पहुंचा। इसके पहले वह जज से बात कर चुका था। रांची में जज का अंगरक्षक अजय कुमार उसे रांची से बाहर ले जाने में मदद की।

पुलिस जिन लोगों की तलाश कर रही थी वे सभी शेरघाटी में न्यायिक दंडाधिकारी राजेश प्रसाद के घर शरण ले लिए थे। दंडाधिकारी ने आरोपी कौशल रानी को दिल्ली पहुंचाया था। इधर, आरक्षी अजय कुमार जज राजेश प्रसाद की बोलेरो लेकर रंजीत कोहली के साथ दिल्ली गया था। वहां उसका दोस्त रोहित रमण मिला। उसने भी रंजीत कोहली की मदद की थी।

मंत्रियों के जल्द होगी पूछताछ

झारखंड के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी और सुरेश पासवान से जल्द पूछताछ हो सकती है। रांची पुलिस को इसका संकेत राजभवन की ओर से दिया गया है। पूछताछ से संबंधित इजाजत पत्र एक दो दिन के अंदर पुलिस को मिल सकता है। वहीं एफआइआर दर्ज करने के पहले रांची पुलिस के अधिकारी शेरघाटी के जज का पक्ष भी लेना चाहते हैं। लिहाजा रांची पुलिस की एक टीम शेरघाटी भी जाएगी।

रातभर रोता रहा कोहली
रंजीत कोहली कभी जेल में बंद आरोपियों को बाहर निकालने का ठेका लेता था, उसी जेल में उसे रात गुजारनी पड़ रही है। शुक्रवार की रात जेल में वह काफी परेशान था और रो भी रहा था। उसे मां की चिंता थी। वह अन्य कैदियों से पूछ रहा था कि जेल में बेहतर सुविधा के लिए क्या करना होगा। उसने रात रो कर गुजारी। शनिवार को करमा पर्व के कारण जेल में मीट-भात की व्यवस्था थी। वह थोड़ा सा खाना खाया था।

डीआइजी ने तारा को दी थी धमकी
लखनऊ के आईजी अमिताभ ठाकुर शनिवार को पत्नी नूतन के साथ तारा शाहदेव से उनके आवास पर मुलाकात की। अमिताभ ने कहा कि वह तारा शाहदेव की दर्द भरी दास्तान को भारत के मुख्य न्यायाधीश तक पहुंचाएंगे। तारा से मुलाकात के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सिस्टम से दु:खी इस उदयीमान खिलाड़ी के टूटते हौसले को वापस लाने के लिए सुप्रीम कोर्ट को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि न्यायिक अधिकारियों के रंजीत सिंह कोहली मामले में शामिल होने से आम लोगों की उम्मीदें टूटी हैं।

रांची डीआइजी ने दी थी धमकी 
आईजी अमिताभ ठाकुर ने कहा कि अधिकारियों की मिली भगत से तारा मर्माहत है। उसके अनुसार रांची रेंज के डीआइजी प्रवीण सिंह ने तारा के घर पर आकर उसे धमकी देते हुए इस प्रकरण को रफा-दफा करने का दबाव डाला था। ठाकुर ने कहा कि एक वरिष्ठ अधिकारी द्वारा इस प्रकार की धमकी देने का मामला गंभीर मसला है। उन्होंने हर कदम पर तारा के संघर्ष में साथ देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि तारा अपना सहयोग करनेवाली एक महिला पुलिसकर्मी को आइडल भी बताया।

लोगों का भरोसा टूटा है : नूतन
अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ने कहा कि तारा प्रकरण में न्यायिक अधिकारियों के साथ-साथ मंत्रियों, विधायकों व पुलिसकर्मियों की मिलीभगत उजागर होने से आम लोगों का भरोसा टूटा है। न्यायपालिका की गरिमा को बरकरार रखने के लिए उच्चतम न्यायालय को सामने आना चाहिए। जरूरत पडम्ने पर पीआइएल करुंगी। मालूम हो कि नूतन पीआइएल सुनामी के रूप में जानी जाती हैं।

भरोसा उठ गया है : तारा
पीड़िता तारा शाहदेव ने कहा कि अब उसका भरोसा पुलिस पर से उठ गया है। तारा ने कहा कि मुङो यह समझ नहीं आ रहा कि मैं 15 दिन पहले ज्यादा दु:खी थी या अब। तब मैं घरेलू हिंसा की शिकार हुई थी। मैंने न्याय की गुहार लगाई, लेकिन अब मुझे सिस्टम के खिलाफ ही लड़ना पड़ रहा है। झारखंड पुलिस एक मुजरिम को पांच दिन में नहीं पकड़ सकी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने एक दिन में रंजीत को गिरफ्तार कर लिया। समझ में नहीं आता कि यहां ऐसी लचर व्यवस्था क्यों है।

रकीबुल का खुलासा

तारा शाहदेव को यह पहले ही बता दिया गया था कि शादी के बाद उसे इस्लाम धर्म मानना होगा। इस लिहाज से उसे निकाह भी करना होगा। उस समय उसने इसकी सहमति दे दी थी। यह कहना है रंजीत सिंह कोहली उर्फ रकीबुल हसन का। कोहली तारा को प्रताड़ित करने, धर्म परिवर्तित करवाने, जबरन निकाह करने के आरोप में जेल में है। उसने अपने बयान में कई खुलासे भी किए हैं।

खुलासे के अनुसार, देवघर के डीएसपी अनिमेष नथानी से उसके बचपन का दोस्त सुरजीत ने परिचय कराया था। बाद में नथानी ने तारा शाहदेव के शूटिंग रेंज ऑर्गेनाइजर निशान सिंह से भी परिचय करवाया था। परिचय के बाद दोनों की नजदीकियां बढीं। रंजीत ने बताया कि मेरी मां को घर में बहू की जरूरत थी। इसलिए मैंने तारा शाहदेव को शादी का प्रपोजल दिया था।

रंजीत ने कबूल किया है कि 15 जून को घर पर एक डीनर पार्टी का आयोजन था, जिसमें तारा का भाई और शूटिंग के दोस्त ब्लेयर अपार्टमेंट पहुंचे थे। उस दिन मां कौशल रानी ने तारा को सोने की अंगूठी, आर्टिफिशियल कंगन, फल और कपड़ा सगून के रूप में दिए थे और तारा को उसी दिन बहू मान लिया गया था। उस दिन हाइकोर्ट के विजलेंस रजिस्ट्रार मुस्ताक साहब भी थे।

22 जून को कोहली का तारा शाहदेव का ब्लेयर अपार्टमेंट में मंगनी हुई। इसमें तारा के पिता, भाई, मौसी, मौसा और मुस्ताक साहब भी मौजूद थे। इसके बाद होटल रेडिशन ब्लू में तारा के साथ सात जुलाई को शादी हुई।

घर में पढ़ता था नमाज, पता था तारा को: रंजीत ने यह स्वीकार किया है कि उसका झुकाव इस्लाम के प्रति हो गया था और घर में वह नमाज भी पढ़ता था। तारा की सहमति से ही उसने आठ जुलाई को मुस्ताक अहमद के कहने पर हुसैन साहब काजी को बुलाया और निकाह हुआ।

विवाद का कारण फोन
कोहली ने आरोप लगाया है कि शूटिंग के दोस्त राठौर और निशांत सिंह से तारा बराबर बात करती थी। जब कभी भी मैं घर से बाहर होता था तो वह इन दोनों से बात करती थी। मना करने पर विवाद बढ़ा। बाद में किसी आदिवासी जमीन (किशोरगंज के भूतनाथ मंदिर के पास) को कब्जामुक्त कराने के लिए सुहैल अनवर से पैरवी करने को कह रही थी। उसके भाई द्विवेद ने तारा पर यह दबाव बनाया था, जिसे मैंने मना कर दिया था।

13 से 17 अगस्त के बीच तारा के साथ कई बार झगड़ा हुआ और उसके साथ मारपीट भी की। एक दिन मां ने फोन पर बताया कि तारा बदतमीजी कर रही है। इसका कारण पूछने पर जब तारा ने सही जवाब नहीं दिया तो उस दिन भी उसे पीटा। 

अपने अंदर के हिम्मत से लौटी तारा
15 दिन से न्याय की लड़ाई लड़ रही तारा ने एक ओर जहां हिम्मती महिला का उदाहरण समाज में पेश किया, वहीं अपने पहले प्यार-शूटिंग के साथ रेंज पर वापसी की। जज्बातों पर काबू पाकर जज्बे की मिसाल प्रस्तुत की। पेश है प्रवीण मिश्र की रिपोर्ट

दोस्तों और संघ के भरोसे ने दी हिम्मत
विपरीत परिस्थिति से वापस रेंज तक लौटेने में दोस्तों और झारखंड रायफल संघ ने तारा की काफी मदद की। संघ के सचिव उत्तम चंद ने लगातार फोन कर खबर ली। यहां तक कि सात सितंबर से शुरू होनेवाली इस्ट जोन चैंपियनशिप की तारीख भी बढ़वाकर 18 सितंबर कर दी, ताकि मैं उसमें हिस्सा ले सकूं।

तारा के सामने संभावनाएं
तारा ने बताया कि जनवरी में दिल्ली में हुए राष्ट्रीय निशानेबाजी प्रतियोगिता में अच्छा स्कोर कर वह नवंबर में होनेवाली नेशनल चैंपियनशिप और जनवरी में केरल में होनेवाले राष्ट्रीय खेल के लिए क्वालिफाइ कर लिया है। फिलहाल तारा के सामने 18 सितंबर से शुरू हो रही इस्ट जोन चैंपियनशिप में अच्छा स्कोर करने की चुनौती है।

इस पूरे प्रकरण से क्या सबक मिली
किसी के भरोसे सपना पूरा करने की कल्पना करना ही मूर्खता है। चाहत और जिद अलग-अलग चीजें हैं। चाहत खत्म हो सकती है पर जिद आपको आपकी मंजिल तक लेकर जाएगी।

आपका लक्ष्य क्या है
ओलंपिक का पदक जीतना। पर उससे पहले उसके लिए हर प्रतियोगिता में अच्छे स्कोर करना है और अपने अभ्यास को जारी रखना चाहती हूं।

युवाओं के लिए क्या संदेश है?
तकदीर के भरोसे बैठना गलत है। खुद पर भरोसा करना सीखें और अपने हक के लिए आवाज उठाना भी।

जज समेत तीन पर एफआइआर के आदेश
रांची के डीआइजी प्रवीण कुमार ने रांची पुलिस को अनुसंधान के क्रम में बिहार के शेरघाटी के न्यायिक दंडाधिकारी राजेश प्रसाद, कोहली का नजदीकी दोस्त रोहित रमण और देवघर के जिला एवं सत्र न्यायाधीश पंकज श्रीवास्तव के अंगरक्षक अजय कुमार के खिलाफ एफआइआर करने का आदेश दिया है। उधर, झारखंड के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी और सुरेश पासवान से जल्द पूछताछ हो सकती है। रांची पुलिस को इसका संकेत राजभवन की ओर से दिया गया है।

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