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इंदिरा के हत्यारों पर बनी ‘कौम दे हीरे’ पर प्रतिबंध

सरकार ने आज देश के कई हिस्सों में कानून व्यवस्था की चिंताओं का हवाला देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों पर बनी विवादित पंजाबी फिल्म कौम दे हीरे की कल प्रस्तावित रिलीज पर रोक लगा दी।...

इंदिरा के हत्यारों पर बनी ‘कौम दे हीरे’ पर प्रतिबंध
एजेंसीFri, 22 Aug 2014 01:36 AM
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सरकार ने आज देश के कई हिस्सों में कानून व्यवस्था की चिंताओं का हवाला देते हुए पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारों पर बनी विवादित पंजाबी फिल्म कौम दे हीरे की कल प्रस्तावित रिलीज पर रोक लगा दी। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, गृह मंत्रालय और केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) ने फिल्म देखने के बाद मिलकर यह फैसला किया।

सेंसर बोर्ड प्रमुख लीला सैमसन ने यहां गृह मंत्रालय की सिफारिश के आधार पर फिल्म की समीक्षा करने के बाद कहा कि हमने फिल्म देखी और फैसला किया कि यह कल रिलीज नहीं होगी। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की रिपोर्ट और फिल्म के प्रदर्शन से कानून व्यवस्था बिगड़ने की आशंका के आधार पर गृह मंत्रालय, सीबीएससी और सूचना प्रसारण मंत्रालय के अधिकारियों ने यह फैसला किया।

गृह मंत्रालय ने फिल्म की विषयवस्तु को लेकर आपत्ति और गंभीर चिंता जताई और सूचना प्रसारण मंत्रालय से इस फिल्म को रिलीज के लिए दी गई मंजूरी पर पुनर्विचार करने के लिए कहा। सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को लिखे पत्र में गृह मंत्रालय ने कहा कि यह फिल्म पंजाब और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में सांप्रदायिक सौहार्द को प्रभावित कर सकती है।
गृह मंत्रालय ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय से कहा कि फिल्म की कुछ सामग्री बेहद आपत्तिजनक है और यह समुदायों के बीच शत्रुता पैदा कर सकती है और इससे सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि फिल्म दिवंगत प्रधानमंत्री के हत्यारों बेअंत सिंह, सतवंत सिंह और केहर सिंह पर कथित तौर पर आधारित है। इसमें कथित तौर पर उनके कृत्य का महिमामंडन किया गया है।

ऐसी खबरें हैं कि सेंसर बोर्ड के सीईओ राकेश कुमार ने कथित तौर पर एक लाख रुपये की रिश्वत लेकर फिल्म को हरी झंडी दे दी थी। कुमार को भ्रष्टाचार के आरोप में हाल में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। कांग्रेस और भाजपा की पंजाब इकाइयों ने विवादास्पद फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

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