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दो माह बाद भी 200 सांसदों ने गांव गोद नहीं लिए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सांसद आदर्श ग्राम योजना शुरू किए दो माह से ज्यादा बीत चुके हैं मगर अभी तक करीब 200 सांसदों ने गांव गोद नहीं लिए हैं। 11 अक्तूबर को प्रारंभ हुई इस योजना के तहत 11...

दो माह बाद भी 200 सांसदों ने गांव गोद नहीं लिए
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 22 Dec 2014 12:53 AM
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा सांसद आदर्श ग्राम योजना शुरू किए दो माह से ज्यादा बीत चुके हैं मगर अभी तक करीब 200 सांसदों ने गांव गोद नहीं लिए हैं। 11 अक्तूबर को प्रारंभ हुई इस योजना के तहत 11 नवंबर तक सभी सांसदों को गांव गोद लेने की समयसीमा दी गई थी।

योजना को तवज्जो न देने वाले सांसदों में हालांकि अधिकतर विपक्षी दलों तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, सपा और वाम दलों के हैं। मगर भाजपा के भी ऐसे  सांसद हैं जो योजना से अभी दूरी बनाए हुए हैं। इनमें केंद्रीय बिजली मंत्री पीयूष गोयल, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा भी शामिल हैं।

दोनों ही राज्यसभा सांसद हैं। अन्य भाजपा सांसदों में हजारीबाग के जयंत सिन्हा, उत्तर-पूर्व दिल्ली के मनोज तिवारी और गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे शामिल हैं। कांग्रेस के जिन सांसदों ने गांव गोद नहीं लिए उनमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। तृणमूल के प्रवक्ता डेरेक ओ ब्रायन ने इस बारे में बताया कि पार्टी ने अपनी नीति के तहत कोई गांव गोद न लेने का फैसला किया है।

उन्होंने कहा, बंगाल के ग्रामीण इलाकों में तीन साल से काफी विकास कार्य हुए हैं। हमारा मानना है कि अगर एक गांव को गोद लिया जाता है तो दूसरे खुद को नजरअंदाज किया हुआ महसूस करेंगे। वहीं, माकपा के सीताराम येचुरी ने सवाल किया कि सिर्फ कुछ ही गांवों को विकास में प्राथमिकता क्यों मिले।

सांसद आदर्श ग्राम योजना
101 लोकसभा और 93 राज्यसभा सांसदों ने गांव गोद नहीं लिए
34 सांसद तृणमूल कांग्रेस के हैं लोकसभा के 101 सांसदों में से
2019 तक हर सांसद को तीन गांव को आदर्श ग्राम में बदलना है

 

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