संसद में गतिरोध को लेकर सर्वदलीय बैठक आज, सरकार और विपक्ष अपने रुख पर अड़े
केंद्र सरकार ने संसद सत्र बचाने की कोशिश के तहत सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में हालांकि गतिरोध खत्म होने की उम्मीद कम है क्योंकि सरकार व विपक्ष खासकर कांग्रेस अपने रुख पर अड़े हैं। कांग्रेस...
केंद्र सरकार ने संसद सत्र बचाने की कोशिश के तहत सोमवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है। बैठक में हालांकि गतिरोध खत्म होने की उम्मीद कम है क्योंकि सरकार व विपक्ष खासकर कांग्रेस अपने रुख पर अड़े हैं। कांग्रेस ललित मोदी मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया और व्यापम मामले में सीएम शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की मांग पर कायम है।
वामदलों सहित कई दूसरी पार्टियों का भी यही रुख है। उधर, सरकार साफ कर चुकी है कि वह ललित मोदी मामले में संसद में बहस के लिए तैयार है। पर सरकार का कोई मंत्री या मुख्यमंत्री इस्तीफा नहीं देगा। साथ ही सरकार व्यापम पर बहस के लिए तैयार नहीं है।
भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमण ने कहा कि संसद के नियम राज्य से जुड़े मुद्दों पर सदन में चर्चा की अनुमति नहीं देते हैं। इसलिए, व्यापम घोटाले पर बहस नहीं हो सकती। इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसदीय दल की बैठक बुलाई है। बैठक में पार्टी सरकार के खिलाफ अपनी रणनीति को और धार देगी।
पार्टी के एक नेता के मुताबिक, संसदीय दल की बैठक में पार्टी अध्यक्ष सभी मुद्दों पर कांग्रेस का रुख साफ कर सकती हैं। किसानों के मुद्दे पर भी सरकार को घेरने की रणनीति बन सकती है। कांग्रेस की तरफ से सर्वदलीय बैठक में लोकसभा में पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे हिस्सा ले सकते हैं।
भाजपा : कांग्रेस सोच बदले
कांग्रेस राजनीतिक कारणों से सरकार से परेशान हो सकती है, लेकिन उसे स्वीकार करना चाहिए कि उसकी नकारात्मक सोच एवं रवैये से देश और अर्थव्यवस्था को नुकसान होगा।
- अरुण जेटली, केंद्रीय वित्त मंत्री
कांग्रेस : भाजपा उपदेश न दे
भाजपा और वित्त मंत्री कांग्रेस को उपदेश नहीं दें। जब वे विपक्ष में थे, उस समय के अपने आचरण के लिए माफी मांगें। वित्त मंत्री के गैरजरूरी बयान से स्पष्ट है कि सरकार संसद में गतिरोध दूर करने के लिए गंभीर नहीं है।
- आनंद शर्मा, कांग्रेस नेता