जब डॉक्टर बन गया बंदर, साथी की बचाई जान
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर एक बंदर अपने साथी बंदर की जान बचाने के लिए डॉक्टर बन गया। एक बंदर हाई टेंशन तार से करंट लगने के बाद नीचे गिर गया था। लोगों ने समझा की बंदर की मौत हो गई पर उसका एक साथी...
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर एक बंदर अपने साथी बंदर की जान बचाने के लिए डॉक्टर बन गया। एक बंदर हाई टेंशन तार से करंट लगने के बाद नीचे गिर गया था। लोगों ने समझा की बंदर की मौत हो गई पर उसका एक साथी बंदर उसे फर्स्ट एड देकर उसे ठीक करने में जुट गया। इस दौरान लोग तमाशबीन बने वीडियो बनाने में जुटे रहे।
पहले पुचकारा
1. साथी बंदर को होश में लाने के लिए बंदर ने किसी इंसानी डॉक्टर की तरह प्राथमिक चिकित्सा आरंभ कर दी। पहले कई बार उसे पकड़कर नोचा, पुचकारा और झिंझोड़ा।
पानी में नहलाया
2. पहली कोशिश में कामयाबी न मिलने पर अपने साथी को बंदर होश में लाने के लिए उसे रेलवे ट्रैक के पास एक नाले के करीब ले जाता है। कई बार साथ को पानी में डुबोया फिर बाहर निकाला।
और अब शॉक ट्रीटमेंट
3. बंदर लगातार साथी को काटने लगता है ताकि होश आ सके। कभी उसके मुंह पर, कभी उसके शरीर पर। इसे डॉक्टरी भाषा में शॉक ट्रीटमेंट कहते हैं। बंदर की ये कोशिश करीब 20 से 25 मिनट तक चलती रही। कोशिश रंग लाई और बेसुध बंदर बिल्कुल चंगा हो गया।