अलागिरि ने किया अदालत के समक्ष समर्पण, जमानत मिली
पूर्व केंद्रीय मंत्री और निष्कासित द्रमुक नेता एमके अलागिरि ने भूमि पर कथित कब्जे के एक मामले में आज यहां न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष समर्पण कर दिया, लेकिन उन्हें कल तक के लिए जमानत मिल गई।...
पूर्व केंद्रीय मंत्री और निष्कासित द्रमुक नेता एमके अलागिरि ने भूमि पर कथित कब्जे के एक मामले में आज यहां न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत के समक्ष समर्पण कर दिया, लेकिन उन्हें कल तक के लिए जमानत मिल गई। मजिस्ट्रेट त्रिवेणी ने उन्हें दो निजी जमानतों के आधार पर कल तक के लिए जमानत दे दी।
उच्च न्यायालय ने 28 अगस्त को मामले में उन्हें 3 सितंबर तक के लिए जमानत दे दी थी और सुनवाई इसी तारीख तक के लिए स्थगित कर दी थी। जिला अपराध शाखा और भूमि कब्जा रोधी विशेष प्रकोष्ठ ने द्रमुक प्रमुख अलागिरि के खिलाफ मामला दायर किया था।
उन्होंने आरोप लगाया था कि अलागिरि ने धोखाधड़ी के उद्देश्य से झूठे दस्तावेज तैयार किए थे और उनके नेतृत्व वाले ट्रस्ट द्वारा शिवारकोट्टई के पास संचालित दहया इंजीनियरिंग कालेज के लिए विनयगर मंदिर की 44 एकड़ भूमि पर कब्जा कर लिया गया।