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वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक खुशवंत सिंह का दिल्ली में निधन

जाने माने लेखक और पत्रकार एवं अंग्रेजी के शानदार समकालीन लेखक खुशवंत सिंह का आज 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वयोवृद्ध लेखक पिछले कुछ समय से बीमार थे और सार्वजनिक जीवन से दूर रह रहे थे। उनके पुत्र...

वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक खुशवंत सिंह का दिल्ली में निधन
लाइव हिन्दुस्तान टीमThu, 20 Mar 2014 04:38 PM
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जाने माने लेखक और पत्रकार एवं अंग्रेजी के शानदार समकालीन लेखक खुशवंत सिंह का आज 99 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वयोवृद्ध लेखक पिछले कुछ समय से बीमार थे और सार्वजनिक जीवन से दूर रह रहे थे। उनके पुत्र और पत्रकार राहुल सिंह ने बताया कि उन्होंने सुजान सिंह पार्क स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली।
   
राहुल ने बताया कि उन्होंने जीवन को पूरी जिंदादिली से जिया। उन्हें सांस लेने में कुछ परेशानी थी। सिविल कंट्रैक्टर और लुटियन दिल्ली के जाने माने बिल्डर सर शोभा सिंह के पुत्र खुशवंत सिंह सुजान सिंह पार्क स्थित अपने निवास में रहते थे, जिसे उनके पिता ने बनाया था। यहीं पर सिंह ने अंतिम सांस ली।
   
पत्रकार के तौर पर खुशवंत सिंह ने इलस्ट्रेटेड वीकली ऑफ इंडिया का संपादन (1979-80) किया, जिसका प्रकाशन अब बंद हो चुका है। इसके बाद वह हिन्दुस्तान टाइम्स अखबार के भी संपादक (1980-83) रहे। उनका साप्ताहिक स्तम्भ विद मैलिस टुवर्डस वन एंड ऑल काफी लोकप्रिय हुआ और कई समाचारपत्रों में छपता रहा। वह योजना मैगजीन के संस्थापक संपादक थे।
   
दिवंगत इंदिरा गांधी की सरकार की ओर से सिंह को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया था। वह 1980 से 86 तक सांसद रहे। खुशवंत सिंह को 1974 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। 1984 में स्वर्ण मंदिर में सेना के प्रवेश के विरोध में उन्होंने यह सम्मान लौटा दिया था। 2007 में उन्हें पद्म विभूषण से विभूषित किया गया।
   
सिंह ने 'ट्रेन टू पाकिस्तान' और 'आई शैल नाट हियर द नाइटिंगल' जैसी लोकप्रिय पुस्तकें लिखीं। सिंह का जन्म 1915 में हादली (अब पाकिस्तान) में हुआ था और उन्होंने दिल्ली स्थित मॉर्डन स्कूल में शिक्षा पाई। बाद में उन्होंने सेंट स्टीफेंस कॉलेज में पढ़ाई की। उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविदयालय में किंग्स कालेज में भी पढ़ायी की।
   
उन्होंने कई वर्षों तक लाहौर उच्च न्यायालय में वकालत की और 1947 में विदेश मंत्रालय में शामिल हुए। उनका विवाह कंवल मलिक से 1939 में हुआ था और उनके एक पुत्र राहुल और पुत्री माला है। मलिक का 2001 में निधन हो गया था।

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