उत्तराखंडः केदारनाथ धाम में सुरक्षित रहेंगे यात्री
करीब दो साल पहले केदारनाथ धाम में आई आपदा से सरकार ने सबक ले लिया है। केदारनाथ धाम में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए अब कई तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं। केदार में बने दो हेलीपैडों में एक साथ...
करीब दो साल पहले केदारनाथ धाम में आई आपदा से सरकार ने सबक ले लिया है। केदारनाथ धाम में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए अब कई तरह के इंतजाम किए जा रहे हैं। केदार में बने दो हेलीपैडों में एक साथ करीब हेलीकॉप्टर एक साथ लैंड कर सकते हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने में यह कारगर साबित होंगे।
केदारनाथ की यात्रा पर आने वाले यात्रियों को श्रीकेदार सॉफ्टवेयर की मदद से मौसम के पूर्वानुमान सहित कई उपयोगी जानकारियां मिलेंगी। जबकि संकट आने पर यात्री सॉफ्टवेयर की मदद से ही जिला प्रशासन को सूचित कर सकेंगे। प्रशासन भी साफ्टवेयर के जरिये यात्रियों की लोकेशन को ट्रेस कर बचाव करने में सक्षम होगा। वहीं बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन से केदारनाथ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या और उनकी मूल जानकारी पहले ही जिला प्रशासन के पास मौजूद होगी। केदारनाथ में यात्रियों की सुरक्षा, खाने, रहने एवं पैदल मार्ग पर होने वाली दिक्कतों से निपटने के लिए प्रशासन इन दिनों तैयारी करने में जुटा है। धाम में किसी भी आपतकाल की स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा यात्रा शुरूहोने से पूर्व सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
एसडीआरएफ और सीसीटीवी होंगे मददगार
केदारनाथ यात्रा पर आये यात्री सोनप्रयाग से केदारनाथ तक एसडीआरएफ की देखरेख में धाम तक पहुचेंगे। पैदलमार्ग में जगह जगह पर एसडीआरएफ के जवानों को तैनात किया जायेगा। पैदल मार्ग में एसडीआरएफ के जवान वृद्ध यात्रियों को केदारनाथ धाम तक पहुंचाने में मदद करेंगे वहीं डेंजर जोन में भी यात्री एसडीआरएफ की निगरानी में होंगे। केदारनाथ पैदल मार्ग में जगह-जगह सीसीटीवी की मदद से यात्रियों के आवागमन पर नजर रखी जायेगी।
केदारनाथ यात्रा पर आने वाले यात्रियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी जिला प्रशासन की है। धाम में यात्रियों को बेहतर सुविधा और सुरक्षा देने के लिए इंतजाम किये जा रहे हैं।
जिलाधिकारी डॉ राघव लंगर