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Hindi NewsPHOTOS: पाक आतंकी का कबूलनामा, जंगल के रास्ते भारत में दाखिल हुआ, काम के नहीं मिलते पैसे

PHOTOS: पाक आतंकी का कबूलनामा, जंगल के रास्ते भारत में दाखिल हुआ, काम के नहीं मिलते पैसे

जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी ने कबूल किया है कि वह पाकिस्तान से है और जंगल के रास्ते वह भारत में दाखिल हुआ। उसने कहा कि उसे काम के पैसे नहीं मिलते। गौरतलब है कि...

PHOTOS: पाक आतंकी का कबूलनामा, जंगल के रास्ते भारत में दाखिल हुआ, काम के नहीं मिलते पैसे
एजेंसीThu, 06 Aug 2015 07:19 AM
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जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में जिंदा पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकवादी ने कबूल किया है कि वह पाकिस्तान से है और जंगल के रास्ते वह भारत में दाखिल हुआ। उसने कहा कि उसे काम के पैसे नहीं मिलते।

गौरतलब है कि उग्रवादियों ने उधमपुर जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सीमा सुरक्षाबल (बीएसएफ) के एक काफिले पर आज हमला कर दिया, जिसमें दो जवान शहीद हो गए और 11 अन्य जख्मी हो गए। बल की ओर से की गई जवाबी गोलाबारी में हमले मे शामिल दो में से एक आतंकवादी मारा गया, जबकि अन्य को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तार आतंकी का नाम उस्मान उर्फ कासिम खान बताया जा रहा है।

उधमपुर के उपायुक्त शाहिद इकबाल चौधरी ने बताया कि उग्रवादी ने क्षेत्र के पास स्थित एक गांव के एक स्कूल में तीन लोगों को बंधक बना लिया था। उसे सेना और पुलिस द्वारा शुरू किए गए अभियान के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि सभी बंधकों को मुक्त करा लिया गया है और अभियान खत्म हो गया है।

उधमपुर जिले में एक दशक से ज्यादा वक्त बाद उग्रवादियों द्वारा हमला किया गया। कुछ दिन पहले आतंकवादियों ने पंजाब के गुरदासपुर के दीनानगर थाने पर हमला किया था। चौधरी ने बताया कि आतंकवादियों ने आज तड़के समरोली के निकट राजमार्ग पर बीएसएफ के एक काफिले पर गोलीबारी की।

बीएसएफ के (जम्मू सीमांत के) आईजी राकेश कुमार ने बताया कि दो जवान शहीद हो गए और 11 कर्मी घायल हो गए। जम्मू के आईजी दानिश राणा ने बताया कि काफिला जब जम्मू से श्रीनगर जाते समय नस्सु बेल्ट पहुंचा तभी आतंकवादियों ने उस पर ग्रेनेड से हमला किया और अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि बीएसएफ के जवानों ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें दो में से एक आतंकवादी मारा गया।

राणा ने बताया कि घायलों को अस्पताल ले जाया गया है। इलाके में और इसके आसपास बड़े स्तर पर सेना और पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू कर दिया, जिसकी घेराबंदी कर ली गई थी। घटना की वजह से राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है।

हमले पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हमले के पीछे जो हैं वे बहुत अच्छी तरह से जानते हैं कि उनका आतंक का षडयंत्र भारत में लंबे अरसे तक नहीं चल सकता है। इसी वजह से वे इस तरह की गतिविधियां कर रहे हैं। उन्होंने दिल्ली में कहा कि सरकार और सुरक्षा बल ऐसे आतंक की योजना से निपटने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे रहे हैं और देश का सम्मान तथा लोगों की सुरक्षा बिना किसी शक के सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

कांग्रेस नेता अंबिका सोनी ने कहा कि जब से नई सरकार आई है, वहां रोजाना हमले हो रहे हैं। पाकिस्तान से लगते इलाकों राजौरी, पूंछ और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में लोगों के लिए रहना असंभव हो गया है। सोनी जम्मू कश्मीर की प्रभारी भी हैं उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जानना चाहती है कि किस आधार पर सरकार पाकिस्तान के साथ वार्ता रही है।

सोनी ने कहा कि जो संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहे हैं और शांति वार्ता के लिए तैयार माहौल हो दूषित कर रहे हैं, क्या ऐसे व्यक्ति, पार्टी या संगठन की कोई जवाबदेही है। नहीं है। हमें यह जानना चाहिए। जब उग्रवादियों ने बीएसएफ के वाहन पर हमला किया, तो उससे पहले ही अमरनाथ यात्रियों को ले जा रहा काफिला क्षेत्र को पार कर चुका था।

जीओसी 15 कोर लेफ्टिनेंट जनरल सुब्रत साहा ने विश्वास जताया कि सेना सीमापर से भारत में घुसपैठ करने की आतंकवादियों की कोशिश को नाकाम कर देगी। उन्होंने कहा कि इस साल अब तक, घुसपैठ की कोशिश कर रहे 17 आतंकवादियो को मार गिराया गया है। उन्होंने कहा, इसलिए मैं आशावान हूं कि यह प्रवृत्ति जारी रहेगी और हम इसे बरकार रख सकेंगे और यह महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए कुछ कुशल परिवर्तन किए गए हैं।

साहा ने कहा कि निगरानी ग्रिड में सुधार और अच्छे खुफिया नेटवर्क तथा जमीनी स्तर पर सैनिकों द्वारा किए गए प्रयासों की वजहों से घुसपैठ पर काबू पाया गया है। घटना की जानकारी देते हुए उधमपुर के उपायुक्त चौधरी ने बताया कि दो में से एक उग्रवादी मुठभेड़ स्थल से भाग गया था। बाद में उसे पास के गांव के एक स्कूल से गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि उग्रवादी द्वारा बंधक बनाए गए लोगों को मुक्त करा लिया गया। उन्होंने कहा कि स्कूल में कोई छात्र मौजूद नहीं था क्योंकि क्षेत्र में एम्स की मांग को लेकर हड़ताल का आहवान किया गया था।

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