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मांझी खेमे के सात मंत्री जदयू से निलंबित

जदयू ने मंगलवार को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी खेमे के 7 मंत्रियों को पार्टी से निलंबित कर दिया। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने मुख्यमंत्री मांझी के मुख्य सलाहकार बने इन सात मंत्रियों को दल से...

मांझी खेमे के सात मंत्री जदयू से निलंबित
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 18 Feb 2015 10:08 AM
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जदयू ने मंगलवार को मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी खेमे के 7 मंत्रियों को पार्टी से निलंबित कर दिया। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने मुख्यमंत्री मांझी के मुख्य सलाहकार बने इन सात मंत्रियों को दल से निलंबित किया। यह कार्रवाई पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह की अनुशंसा पर की गई। निलंबित होने वाले मंत्रियों में कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह, शिक्षा मंत्री वृशिण पटेल, उद्योग मंत्री भीम सिंह, पीएचईडी मंत्री महाचंद्र प्रसाद, नगर विकास मंत्री सम्राट चौधरी, ग्रामीण विकास मंत्री नीतीश मिश्रा और आईटी मंत्री शाहीद अली खान शामिल हैं। इनमें 4 विधान पार्षद जबकि 3 विधायक हैं।

इससे पहले 7 फरवरी को ही जदयू ने नीतीश कुमार के पार्टी विधानमंडल दल का नेता चुने जाने के साथ ही मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को भी दल से निकाल दिया था। जदयू की उनकी प्राथमिक सदस्यता समाप्त कर दी गई थी। उन्हें भी अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का फैसला लिया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के बाद मांझी ने जिस तरह से पार्टी और दल नेता के नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी की  उसे उनके निष्कासन का आधार बनाया गया था।

प्रदेश जदयू अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि नरेन्द्र सिंह, वृशिण पटेल, भीम सिंह, शाहिद अली, नीतीश मिश्रा, सम्राट चौधरी और महाचन्द्र प्रसाद सिंह को 10 फरवरी को ही मांझी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने का निर्देश दिया गया था। पर अभी तक इन्होंने त्यागपत्र नहीं दिया है। इनका आचरण दल विरोधी रहा और इन्होंने पार्टी के अनुशासन के खिलाफ काम किया। इसी के मद्देनजर प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव को इन सभी 7 मंत्रियों के निलंबन की अनुशंसा की। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने तत्काल प्रभाव से सभी को निलंबित कर दिया है। सिंह ने कहा कि सभी मंत्रियों को निलंबन की सूचना भेज दी गई है। उधर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा कि ये 7 मंत्री पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न थे। इन्हें निकालने के अलावा जदयू के पास कोई रास्ता नहीं था।

क्या पड़ेगा मंत्रियों के निलंबन का प्रभाव
- भाजपा इन सात मंत्रियों का हवाला देकर आरोप लगा थी कि जदयू सरकार में है। जदयू से इन 7 मंत्रियों के निलंबन के बाद भाजपा का यह दावा अब खारिज हो सकता है।
- दल से निलंबित होने के बाद इन मंत्रियों के लिए पार्टी व्हिप को मानना अनिवार्य होगा। ऐसी स्थिति में पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर इनकी सदस्यता भी खतरे में पड़ सकती है।
- जिन 7 मंत्रियों को निलंबित किया गया है, उनमें 4 नरेन्द्र सिंह, भीम सिंह, सम्राट चौधरी और महाचन्द्र प्रसाद सिंह बिहार विधान परिषद के सदस्य हैं। इनमें 3 विधायक हैं- वृशिण पटेल, नीतीश मिश्रा और शाहिद अली खान। पार्टी का यह निर्णय 20 फरवरी को वोटिंग के दौरान इन तीन विधायकों के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।

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