'टैलेंट हंट' के जरिए अफसर तलाशेगी भारतीय सेना
चीन की सैन्य संख्या 23 लाख पहुंच गई है, जबकि भारतीय सेना 12 लाख पर अटकी है। इसमें भी हजारों पद खाली हैं। एक तरफ चीन की चुनौती के चलते सैन्य बल बढ़ाने की जरूरत है, तो दूसरी तरफ खाली पदों को भरने की...
चीन की सैन्य संख्या 23 लाख पहुंच गई है, जबकि भारतीय सेना 12 लाख पर अटकी है। इसमें भी हजारों पद खाली हैं। एक तरफ चीन की चुनौती के चलते सैन्य बल बढ़ाने की जरूरत है, तो दूसरी तरफ खाली पदों को भरने की चुनौती। इससे निपटने के लिए आने वाले दिनों में सैन्य बल योग्य अफसरों की तलाश के लिए टैलेंट हंट शुरू कर सकते हैं।
दरअसल, संसदीय समिति ने भी अपनी रिपोर्ट में रक्षा मंत्रालय का ध्यान इस बारे में आकृष्ट कराया है। रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्य बलों में अफसरों की भारी कमी देश के लिए घातक हो सकती है, इसलिए अफसरों की कमी दूर करने के लिए भर्ती की पुरानी प्रक्रिया को बदलकर प्रतिभाशाली नौजवानों की खोज के लिए नई व्यवस्था शुरू की जाए। इस पर सरकार भी सहमत है।
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, इस पर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है, क्योंकि पूर्व में अफसरों की संख्या बढ़ाने के लिए तमाम प्रयास हुए, लेकिन तीनों बलों में करीब 12 हजार अफसरों की कमी बनी हुई है। यदि सेनाओं का विस्तार किया जाता है, तो यह कमी और बढ़ सकती है। मेजर जनरल (रिटायर्ड) बीसी खंडूरी की अध्यक्षता वाली समिति को रक्षा मंत्रालय की तरफ से यह बता गया है कि भर्ती की मौजूदा व्यवस्था की समीक्षा के लिए सेना मुख्यालय आईआईएम अहमदाबाद से अध्ययन करा रहा है। इसका मकसद है कि कम समय में जल्दी अफसरों की भर्ती कैसे पूरी की जाए।
सूत्रों के अनुसार, सैन्य बलों में अफसरों की भर्ती के लिए मौजूदा नियमों की समीक्षा की जा रही है तथा उन्हें सरल बनाने को लेकर सेना गंभीर है। सैन्य बलों में भर्ती से जुड़ी परीक्षाओं के अत्यधिक जटिल होने और उनमें कोचिंग के दखल के कारण आम छात्र इन परीक्षाओं में बैठने से परहेज करने लगे हैं। वजह, वे पहले ही मान के चलते हैं कि बिना कोचिंग के वे डिफेंस की परीक्षा पास नहीं कर पाएंगे। रक्षा मंत्रालय इसके लिए टैलेंट हंट के जरिए नया रास्ता तलाश कर रहा है।
संभावना है कि आने वाले दिनों में परीक्षा के पैटर्न में कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, आईआईएम अहमदाबाद के अलावा डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ फिजियोलॉजिकल रिसर्च को भी इसके लिए एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया है।
- 23 लाख है चीन की सैन्य संख्या
- 12 लाख है भारत की सैन्य संख्या
- 12 हजार अफसरों की कमी भारतीय सेना में
- 36 हजार (करीब) सैनिकों की कमी भारतीय सेना में
अफसरों की कमी -
- 9384 थल सेना में
- 1561 नौसेना में
- 659 वायुसेना में
सैनिकों की कमी -
- 20561 थल सेना में
- 11825 नौसेना में
- 3674 वायु सेना में
अफसरों की कमी दूर करने के लिए सेना कर चुकी है ये प्रयास -
- गया में ऑफिसर ट्रेनिंग अकादमी खोली गई। इसकी क्षमता 750 अफसरों को ट्रेनिंग देने की है। अभी यह पूरी क्षमता से नहीं चल रही है।
- सात नए चयन बोर्ड बनाए गए हैं। इनमें दो-दो थल और वायुसेना के लिए तथा तीन नौसेना अफसरों की भर्ती के लिए हैं।
- शार्ट सर्विस कमीशन अफसरों का कार्यकाल दस साल से बढ़ाकर 14 साल किया गया।
- नौसेना अभी हर साल 850 अफसरों की भर्ती करती है। अगले साल से इसे बढ़ाकर एक हजार करने जा रही है।
- यूपीएससी से कहा गया है कि वह एनडीए आदि परीक्षाओं में पदों के अनुपात में ज्यादा लोगों को इंटरव्यू के लिए भेजे, जिससे सीटें खाली नहीं रहने पाएं।