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मैनपुरी में दुनिया का सबसे बड़ा गज स्तंभ स्थापित

भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जिस समय चीन की यात्रा के लिए रवाना हो रही थीं, उस समय मैनपुरी के एक छोटे से गांव जसराजपुर में बौद्धधर्म गुरु दलाईलामा दोनों देशों के साथ-साथ आने की दुआ कर रहे थे।...

मैनपुरी में दुनिया का सबसे बड़ा गज स्तंभ स्थापित
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 31 Jan 2015 10:11 PM
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भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जिस समय चीन की यात्रा के लिए रवाना हो रही थीं, उस समय मैनपुरी के एक छोटे से गांव जसराजपुर में बौद्धधर्म गुरु दलाईलामा दोनों देशों के साथ-साथ आने की दुआ कर रहे थे। धम्मपदसभा में भाग लेने पहुंचे दलाईलामा ने भारत और चीन को नजदीक आने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि दोनों देशों में काफी समानताएं हैं, जिससे वे विश्व शांति में अहम भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने यहां दुनिया के सबसे ऊंचे गज स्तंभ (80 फुट) का उद्घाटन भी किया।

बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा का शनिवार को पहली बार मैनपुरी आगमन हुआ। मैनपुरी के जसराजपुर गांव में पहुंचकर उन्होंने बातचीत के दौरान दुनिया में शांति और अमन चैन कायम करने में सभी से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि भारत की प्रगतिशीलता से दुनिया के हर छोटे बडे़ देश प्रभावित हो रहे हैं। भारत शुरू से ही विश्वगुरु रहा है। भारत की प्रतिभा को हर देश समझ रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में हर धर्म का सम्मान है और सुरक्षित है। दुनिया के अन्य देशों को भारत की इस खूबी को अपनाने और आत्मसात करने की जरूरत है। भारत-चीन के संबंधों पर दलाईलामा ने खुलकर अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसी मुल्कों को आपसी संबंध सुधारने पर जोर देना चाहिए। जसराजपुर में आयोजित धम्मसभा में प्रवचन के दौरान दलाईलामा ने बौद्ध दर्शन और उनकी शिक्षाओं को मानव कल्याण के लिए बेहद उपयोगी बताया। उन्होने कहा कि बौद्धधर्म भारत से ही निकलकर पूरी दुनिया में फैला। धर्म आधारित आंतकवाद पर भी दलाईलामा ने चिंता व्यक्त की। धार्मिक आतंकवाद को शांति के लिए बड़ा खतरा बताया।

जसराजपुर में दलाईलामा ने बौद्धिस्ट पुस्तकालय और अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध शिक्षण संस्थान का शिलान्यास भी किया। इस दौरान बाईवीएस राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश बौद्ध, राज्यमंत्री आलोक शाक्य, डीएम एसपी मिश्रा, एसपी श्रीकांत, एडीएम डॉ. चंद्रभूषण त्रिपाठी, एएसपी स्वीमनाथ आदि मौजूद रहे।

गज स्तंभ की विशेषताएं
- मैनपुरी के जसराजपुर का बनकर तैयार हुआ 80 फुट लंबा गज स्तम्भ
- 15 से 20 मजदूरों की मदद से इसे बनने में लग गए साढ़े तीन साल
- चुनार के पत्थरों से बने स्तंभ पर खर्च हुए एक करोड़ रुपये
- सम्राट अशोक ने फर्रुखाबाद के संकिसा में बनवाया था 35 फुट का गज स्तंभ
- स्तंभ बनवाने वाले वाईवीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश चन्द्र बौद्ध का दावा है कि जसराजपुर जितना बड़ा गज स्तंभ दुनिया में कहीं नहीं।

 

 

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