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Hindi NewsVIDEO: आरक्षण की मांग से सुलगा गुजरात, सात की मौत, सेना बुलाई गई

VIDEO: आरक्षण की मांग से सुलगा गुजरात, सात की मौत, सेना बुलाई गई

गुजरात में पटेल समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद हालात काबू में करने में मदद के लिए आज सेना बुला ली गई। हिंसा में सात लोग मारे जा चुके हैं और...

VIDEO: आरक्षण की मांग से सुलगा गुजरात, सात की मौत, सेना बुलाई गई
एजेंसीWed, 26 Aug 2015 10:27 PM
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गुजरात में पटेल समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग के तहत आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन के दौरान हिंसा भड़कने के बाद हालात काबू में करने में मदद के लिए आज सेना बुला ली गई। हिंसा में सात लोग मारे जा चुके हैं और राज्य के कई बड़े शहरों और कस्बों में कर्फ्यू लगा दिया गया है।

राज्य के कुछ हिस्सों में छिटपुट हिंसा की खबरों के बीच सेना ने आज शाम फ्लैग मार्च किए। पुलिस ने कहा कि पटेल समुदाय की कल हुई बड़ी रैली के बाद भड़की हिंसा में राज्य में सात लोग मारे जा चुके हैं।

पुलिस के अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनता से शांति बनाए रखने की अपील के बावजूद पटेल समुदाय के सदस्यों ने आगजनी, पथराव किया और सरकारी तथा निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया।

इस बीच राज्य की मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल ने आज इस बात से इनकार किया कि उनकी सरकार ने अहमदाबाद में एक रैली में प्रदर्शनकारियों पर लाठी भांजने का आदेश दिया था जिसके बाद हिंसक प्रदर्शन हुए।
   
उन्होंने कहा कि मैंने जीएमडीसी मैदान में लाठीचार्ज की घटना के मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। गुजरात के डीसीपी जांच कर रहे हैं। सरकार को रिपोर्ट का इंतजार है। सरकार ने कल लाठीचार्ज के लिए या अत्यधिक बल प्रयोग के लिए कोई आदेश नहीं दिया था।

अहमदाबाद, सूरत, मेहसाणा, राजकोट, जामनगर, पालनपुर, उंझा, विसनगर और पाटन शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। अहमदाबाद के जिला कलेक्टर राजकुमार बेनीवाल ने कहा कि पटेल समुदाय के आंदोलन की वजह से हिंसा भड़कने के बाद कानून व्यवस्था को नियंत्रण में करने के लिए अहमदाबाद शहर में सेना की पांच कंपनियां बुलाई गई हैं।

बेनीवाल ने कहा कि शहर के पांच मार्गों पर सेना फ्लैग-मार्च करेगी, जहां बड़ी संख्या में हिंसा की घटनाएं सामने आई हैं। अहमदाबाद के अलावा सूरत और मेहसाणा में सेना की दो-दो कंपनियां तैनात की गई हैं। अर्धसैनिक बलों के भी करीब 5000 जवान गुजरात पहुंच गए हैं।

पुलिस ने बताया कि छह लोग पुलिस गोलीबारी में मारे गए, वहीं एक आदमी कल रात से शुरू हुई हिंसा के दौरान सिर में चोट लगने से मारा गया। तीन मामले अहमदाबाद से, तीन मामले बनासकांठा जिले के गढ़ गांव से और एक मामला मेहसाणा कस्बे से आया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजराती भाषा में दिए टेलीविजन संदेश में लोगों से शांति की अपील की और इस बात पर जोर दिया कि बातचीत से सभी मुद्दों को सुलझाया जा सकता है। प्रधानमंत्री बनने से पहले 12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे मोदी ने कहा कि महात्मा गांधी और सरदार पटेल की धरती पर किस तरह हिंसा का सहारा लिया जा रहा है। मैं गुजरात के सभी भाइयों और बहनों से अपील करता हूं कि उन्हें हिंसा का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। केवल एक मंत्र होना चाहिए शांति।

केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल से बात की और उन्हें हालात से निपटने में केंद्र की ओर से पूरी तरह सहायता का आश्वासन दिया। इस बीच पटेल अनामत आंदोलन समिति के नेता 22 वर्षीय हार्दिक ने हिंसा के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज होगा।

कल रात प्रदर्शनकारियों द्वारा हिंसा भड़काने के आरोपों को खारिज करते हुए हार्दिक ने पुलिस पर आरोप लगाया कि राजनीतिक तंत्र के इशारे पर आंदोलन को बाधित करने का प्रयास किया जा रहा है।

पटेल समुदाय को ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण देने की मांग को लेकर आंदोलन तेज करने की चेतावनी देने वाले हार्दिक पटेल को कल रात हिरासत में लिये जाने के बाद भड़की हिंसा की आग आज गुजरात के कई हिस्सों में सुलगती रही।

अहमदाबाद में सेना बुलाई गई
हिंसा, तोडफोड और आगजनी की घटनाओं के बाद अहमदाबाद में आज सेना बुला ली गयी। सेना के सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार के अनुरोध पर सेना को तैनात किया जा रहा है। गांधीनगर तथा अहमदाबाद में पहले से मौजूद यूनिटों के सैन्यकर्मियों को ही इस काम में लगाया गया है। राज्य में आज ही अर्द्धसैनिक बलों की 31 कंपनियां भी भेजी गई हैं।

तनावग्रस्त अहमदाबाद, सूरत और मेहसाणा जिलों के कई हिस्सों में कर्फ्यू लगा रहा और हजारों अर्द्धसैनिक तथा दंगारोधी बलों को हालात को काबू में करने के लिए तैनात किया गया।

आज सूरत शहर के कई हिस्सों में आगजनी तथा पथराव की घटनाएं हुई जहां पटेल समुदाय के सदस्य बड़ी संख्या में जबरन बंद कराने के लिए सड़कों पर निकल आए। पुलिस ने यह जानकारी दी है।

शहर के उधाणा इलाके में सूरत नगर निगम के दो गोदामों को करीब एक हजार लोगों की भीड़ ने आग लगा दी। शहर में कई स्थानों पर बाइकों, बसों और अन्य वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। सूरज पुलिस नियंत्रण कक्ष के अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

मंगलवार रात आंदोलन की अगुवाई कर रहे 22 वर्षीय हार्दिक पटेल को कुछ देर के लिए गिरफ्तार किए जाने के दौरान पटेल समुदाय के सदस्यों ने आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ की थी जिसके बाद उत्तरी गुजरात के तीन शहरों अहमदाबाद, सूरत और राजकोट के प्रमुख इलाकों में तनाव बना हुआ है।

पीएम मोदी की अपील
टीवी पर गुजराती में अपील करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, हम सभी को पता है कि हिंसा से कभी किसी को फायदा नहीं हुआ है। प्रधानमंत्री ने इस बात को रेखांकित किया कि सरकार सभी लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और सभी मुद्दों को वार्ता के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सकता है।

12 साल तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे मोदी ने कहा, महात्मा गांधी और सरदार पटेल की धरती पर मंगलवार शाम से जिस तरह का माहौल बना है, जिस तरह हिंसा का आश्रय लिया जा रहा है, मैं गुजरात के सभी भाइयों, बहनों से अपील करता हूं कि उन्हें हिंसा का रास्ता नहीं अपनाना चाहिए। केवल एक मंत्र होना चाहिए शांति।

प्रधानमंत्री ने कहा, हर समस्या का समाधान बातचीत द्वारा निकाला जा सकता है। लोकतंत्र की मर्यादा का पालन हम सबको करना चाहिए। मैं एक बार फिर गुजरात के सभी भाईयों और बहनों को शांति रखने का आग्रह करता हूं। हिंसा के मार्ग पर चलकर कभी कुछ नही मिलता। हम सब साथ मिलकर बातचीत के जरिए समस्या का समाधान करें।

प्रधानमंत्री ने कहा, हम सब साथ मिलकर, गुजरात को जो नई उंचाईयों पर ले जाने का प्रयास कर रहे है, उसमें सहयोगी बनें और अपना योगदान दें- यही मेरी सभी गुजरात के भाईयों और बहनों से आग्रहपूर्वक विनती है।

गुजरात के कई हिस्सों में आज सामान्य जनजीवन अस्त व्यस्त रहा जहां पटेल द्वारा आहूत बंद के कारण स्कूल, कालेज, कारोबारी प्रतिष्ठान, बैंक तथा सार्वजनिक यातायात ठप रहा। सूरत में हीरा और कपड़ा उद्योग भी बंद रहा। कानून व्यवस्था कायम करने में राज्य के स्थानीय प्रशासन की मदद के लिए केंद्र ने त्वरित कार्यबल (आरएएफ), सीआरपीएफ और बीएसएफ के करीब 5,000 कर्मियों को भेजा है।

सूरत पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने बताया, स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए रिजर्व पुलिस बल (एसआरपी) की अतिरिक्त कंपनियों को शहर में तैनात किया गया है जबकि हमने केंद्रीय बलों की तैनाती की भी मांग की है, जिन्हें यहां आने के बाद तैनात किया जाएगा। बीती रात को शहर में हिंसा के दौरान लालगेट इलाके में भीड़ के पथराव के कारण मितेश सालुंके नामक एक पुलिस सब इंस्पेक्टर गंभीर रूप से जख्मी हो गए।

पुलिस ने बताया कि सौराष्ट्र क्षेत्र में महत्वपूर्ण शहरों, राजकोट के शहरों, जामनगर, भावनगर और पोरबंदर में पूर्ण बंद रहा। बंद के दौरान आज सभी चारों जिलों में छिटपुट हिंसा के मामले दर्ज किए गए। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि राजकोट के पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) गगनदीप गंभीर उपलेटा मार्ग इलाका के पास हुए पथराव में घायल हो गए।

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