छठे आरोपी को पुलिस ने ट्रांजिट रिमांड पर लिया
गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार छठे आरोपी अक्षय ठाकुर को दिल्ली पुलिस सीजेएम कौशलेश कुमार सिंह के समक्ष पेशी के बाद दो दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले...
नई दिल्ली में 23 वर्षीय छात्रा के साथ चलती बस में गैंगरेप के मामले में गिरफ्तार छठे आरोपी अक्षय ठाकुर को दिल्ली पुलिस मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) कौशलेश कुमार सिंह के समक्ष पेशी के बाद दो दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली ले गयी।
प्रभारी पुलिस अधीक्षक प्रणव कुमार ने बताया कि शुक्रवार देर रात सीजेएम के समक्ष पेशी के बाद दिल्ली पुलिस की टीम आरोपी अक्षय ठाकुर को दो दिनों के ट्रांजिट रिमांड पर अपने साथ बनारस के रास्ते दिल्ली ले गयी।
उन्होंने बताया कि ठाकुर को उसके घर से कल देर शाम गिरफ्तार किया था। वह 16 दिसंबर को नई दिल्ली में हुई घटना के बाद भागता फिर रहा था। पेशी के बाद स्थानीय पुलिस ने दिल्ली पुलिस की टीम को रवाना किया।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि पूछताछ में ठाकुर ने कहा है कि घटना के दिन वह बस में उपस्थित था। वह बस में कंडक्टर का काम करता था और बस चलाना भी सीखता था। उसने घटना में संलिप्तता स्वीकार की है।
बीते 19 दिसंबर को दिल्ली पुलिस ने आरोपी के पिता सरयू सिंह और उसके भाई अभय सिंह सहित अन्य लोगों के साथ पूछताछ की थी। ठाकुर की गिरफ्तारी नहीं होने के बाद पुलिस उसके घर पर लगातार नजर रखे हुए थी।
स्थानीय पुलिस ने बताया कि घटना के बाद अक्षय ठाकुर जगह-जगह भागता फिर रहा था। दिल्ली में छिपकर रहने की नाकाम कोशिश के बाद वह राजस्थान के जयपुर चला गया था। गैंगरेप की घटना चर्चित होने के बाद बदनामी के डर से उसे किसी ने भी पनाह देने से इनकार कर दिया।
वह जोधपुर हावड़ा एक्सप्रेस से रोहतास के डिहरी आन सोन आया था और वहां से सड़क मार्ग के रास्ते अपने गांव औरंगाबाद के लाहनकरमा पहुंचा था। स्थानीय पुलिस 19 दिसंबर से ही लगातार घर पर नजर बनाये हुए थी। धावा बोलकर उसे घर से दबोच लिया गया। उस समय वह काफी डरा हुआ था और उसने गिरफ्तारी का कोई प्रतिरोध नहीं किया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी अपनी उम्र 28 वर्ष बता रहा है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी के परिवार के लोग रोने लगे। उसके साथ परिवार का कोई भी सदस्य नहीं आया। बाद में पुलिस ने चेहरा ढककर टोपी पहनाये हुए उसे सीजेएम के समक्ष पेश किया।