दार्जिलिंग: भूस्खलन के कारण 38 लोगों की मौत, पीएम ने जताया शोक, 2-2 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान
जिले के दार्जिलिंग, कलिंपोंग और कुर्सियांग में 25 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के कर्मी बचाव अभियान चला रहे हैं। मिरिक में 20, कलिंपोंग में सात और सुखियापोखरी में एक शख्स...
जिले के दार्जिलिंग, कलिंपोंग और कुर्सियांग में 25 स्थानों पर भूस्खलन हुआ है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के कर्मी बचाव अभियान चला रहे हैं। मिरिक में 20, कलिंपोंग में सात और सुखियापोखरी में एक शख्स की मौत हुई है। कलिंपोंग में 20 लोग घायल भी हुए हैं और यहां 15 लोग लापता भी हैं। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर शोक जताया है। साथ ही मृतकों के परिवारवालों को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान भी किया है।
प्रधानमंत्री ने केंद्रीय मंत्री किरण रिजीजू से तुरंत भूस्खलन प्रभावित दार्जिलिंग पहुंचकर स्थिति का जायजा लेने के लिए कहा है।
दार्जिलिंग जिले के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कुर्सियांग में 25 स्थानों पर भूस्खलन हुए। इन भूस्खलनों से राष्ट्रीय राजमार्ग 10 और राष्ट्रीय राजमार्ग 55 को व्यापक नुकसान पहुंचा है। इसके चलते बाहरी दुनिया से क्षेत्र का सड़क संपर्क खत्म हो गया है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के कर्मी बचाव अभियान चला रहे हैं और इसमें सेना की मदद मांगी गई है।
एसएसबी सूत्रों ने बताया कि कलिम्पोंग में 8 माइल और 11 माइल इलाके में इस आपदा में 20 लोग घायल हो गए हैं और 15 लोगों के लापता होने की रिपोर्ट मिली है।
उधर कोलकाता में पश्चिम बंगाल के आपदा प्रबंधन मंत्री जावेद खान ने बताया, दार्जिलिंग में विभिन्न स्थानों पर भूस्खलन से 22 लोगों की मौत हो गई। इस बीच, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के कर्मी भूस्खलन के चलते बाधित हुई सड़कों को खोलने में जुटे हैं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अभी मुर्शिदाबाद में हैं और वह प्रभावित स्थानों के लिए रवाना हो रही हैं। ममता ने अपने संदेश में कहा, मैं हालात पर करीबी निगाह रखे हूं और मुर्शिदाबाद में बैठक के बाद वहां रवाना हो जाउंगी। उत्तर बंगाल के विकास मंत्री गौतम देब ने बताया कि विभिन्न एजेंसियां वहां बचाव काम में लगी हैं। फिर भी सेना की मदद मांगी गई है।