एम्स की धीमी प्रगति से सोनिया नाराज
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि बीच में स्थानीय स्तर पर कुछ दिक्कतों की वजह से एम्स निर्माण का काम पहले से धीमा है। इन्हें दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में जिम्मेदार लोगों से...
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि बीच में स्थानीय स्तर पर कुछ दिक्कतों की वजह से एम्स निर्माण का काम पहले से धीमा है। इन्हें दूर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में जिम्मेदार लोगों से भी बात की जाएगी। दिल्ली लौटने के पहले मंगलवार को उन्होने एम्स के निर्माण कार्य का जायजा भी लिया। कंस्ट्रक्शन कंपनी के अधिकारी से प्रोग्रेस के बारे में पूछा और मजदूरों से भी मुलाकात कर मिल रहीं सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की। कहा जा रहा है कि उन्होने धीमी प्रगति पर नाराजगी भी जाहिर की। उधर, सोनिया के कहने पर एम्स परिसर में पुलिस चौकी आज ही खुल गई। शाम को वे फुरसतगंज हवाई अड्डे से चार्टर प्लेन से दिल्ली लौट गईं।
दोपहर करीब तीन बजे एम्स के निर्माणाधीन परिसर पहुंची सोनिया गांधी यहां करीब 20 मिनट तक रुकीं रहीं। निर्माण करा रही दिल्ली की जेएमसी कंपनी के एचआर मैनेजर स्वप्नेष तिमोघी से पूछा काम की क्या प्रगति है। कितने लेबर काम कर रहे हैं। क्या भाजपा नेता ने धमकी वगैरह दी थी। स्थानीय स्तर पर अब कोई दिक्कत तो नहीं है। तिमोधी ने बताया कि अब कोई दिक्कत नहीं है। प्रोजेक्ट में करीब 12 सौ मजदूर काम कर रहे हैं। सोनिया ने पूछा-‘कब तक काम पूरा होगा’। इस पर तिमोधी ने बताया कि 15 मई 2015 तक काम पूरा करने का लक्ष्य है। इस अवधि में काम पूरा कर लिया जाएगा। उन्होने मजदूरों को दी जा रहीं सुविधाओं पर भी जानकारी हासिल की। उन्होने पूछा कि मजदूरों के रहने, बिजली और पानी के क्या बंदोबस्त हैं। उन्हें मेडिकल फैसिलिटी दी जा रही है या नहीं। उन्हें बताया गया कि मजदूरों को सारी सुविधाएं दी जा रहीं हैं।
प्रगति के बारे में पूछताछ के बाद सोनिया लौटने की तैयारी में ही थीं तभी उन्हें मजदूरों का ख्याल आया। वह गाड़ी से फिर उतरीं और काम कर रहे मजदूरों के बीच पहुंच गईं। मजदूरों से उन्होने मिल रहीं सुविधाओं के बारे में पूछा। मजदूरों के जवाब से संतुष्ट होने के बाद ही सोनिया वापस लौटीं।
उधर, अपने ड्रीम प्रोजेक्ट एम्स के निर्माण में अराजकतत्वों का दखल रोकने के लिए के लिए उनके हस्तक्षेप पर एम्स परिसर में पुलिस चौकी खुल गई है। उन्होने सोमवार की रात एसपी एन. कोलांची को भुएमऊ गेस्टहाउस बुलाकर चौकी खोलने को कहा था। कांस्ट्रक्शन कंपनी के एजीएम से रंगदारी मांगे जाने की जानकारी के बाद ही सोनिया ने गंभीर रुख अपनाया। कांस्ट्रक्शन कंपनी ने पुलिस चौकी खोले जाने का अनुरोध जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक से किया था।
निर्माणकर्ता कंपनी के एजीएम से मांगी गई थी रंगदारी
रायबरेली। बीते माह 19 अगस्त को भाजपा नेता पुष्पेंद्र सिंह पर निर्माणकर्ता कंपनी जेएमसी के एजीएम से दो करोड़ की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी के दो मुकदमे ऊपर के हस्तक्षेप पर कोतवाली और भदोखर थाने में दर्ज किए गए थे। हालांकि जान से मारने की धमकी के केस में वादी कंपनी के एच आर मैनेजर स्वप्नेष तिमोधी ने तहरीर देने से ही इंकार कर दिया था।
रंगदारी मांगने के मामले की जांच कोतवाली पुलिस कर रही है। इस घटना में कथित रूप से शामिल फतेहपुर के एक चार पहिया वाहन को कब्जे में लंकर पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों को हिरात में लिया था लेकिन पूछताछ में कुछ ठोस हासिल न होने पर इन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस संदिग्घ लोगों के कॉल डिटेल खंगाल रही है। उधर, आरोपी भाजपा नेता अपने को निर्दोष बता रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें बदनाम करने के लिए जिले के एक विधायक ने ही यह साजिश रची है।
एम्स रायबरेली-फैक्ट फाइल
-परियोजना के पूर्ण होने की अवधि वर्ष 2016
-प्रोजेक्ट के लिए 147.53 एकड़ भूमि अधिग्रहीत
-23 अगस्त 2013 को राज्य सरकार ने नि:शुल्क नंदगंज सिहोरी शुगर मिल दरियापुर की 97.69 एकड़ भूमि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय को ट्रांसफर की।
-ओपीडी बन चुकी है, अन्य भवनों का निर्माण जारी है
-अभी सुल्तानपुर आइमा और दरियापुर के किसानों की 49.84 एकड़ भूमि मिलना शेष है
-सुल्तानपुर आइमा की 15.96 एकड़ और दरियापुर की 33.88 एकड़ भूमि का अधिग्रहण प्रक्रिया में है
-इस भूमि के मुआवजे के एवज में राज्य सरकार ने जिला प्रशासन को साढ़े आठ करोड़ रूपए पहले ही मुहैया करा दिए हैं