नक्सलियों का एकजुट होकर मुकाबला करना होगा: राजनाथ
छत्तीसगढ के सुकमा जिले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के गश्ती दल पर नक्सलियों द्वारा किये गये हमले की कडी निन्दा करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सली बौखला गए हैं और...
छत्तीसगढ के सुकमा जिले में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के गश्ती दल पर नक्सलियों द्वारा किये गये हमले की कडी निन्दा करते हुए केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि नक्सली बौखला गए हैं और यह हमला सरकार के लिए ही नहीं बल्कि देश और देश के शांतिप्रिय लोगों के लिए चुनौती है, जिसका एकजुट होकर मुकाबला करना होगा।
राजनाथ सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि उन्हें शाम ही निकल जाना था लेकिन हवाई यात्रा की तकनीकी दिक्कतों के कारण वह कल सुबह घटनास्थल के लिए रवाना होंगे। गृह मंत्री ने कहा कि इस घटना से व्यक्तिगत रूप से मैं बहुत आहत हूं। नक्सली बौखलाये हुए हैं और उन्होंने कायराना हरकत की है। सरकार किसी भी कीमत पर हिंसा की इजाजत नहीं देगी। यह हमला सिर्फ सरकार के लिए ही नहीं बल्कि देश और देश के समस्त शांतिप्रिय नागरिकों के लिए चुनौती है।
उन्होंने बताया कि शहीद हुए सीआरपीएफ कर्मियों की संख्या 13 और 15 के बीच हो सकती है। इस घटना को लेकर उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, गह सचिव, खुफिया ब्यूरो के महानिदेशक और सीआरपीएफ के महानिदेशक से बात हुई है। घटना का पूरा ब्यौरा कुछ देर बाद मिलेगा।
शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए राजनाथ सिंह ने शहीदों के परिजनों के प्रति भी संवेदना प्रकट की। साथ ही आश्वासन दिया कि शहीदों के परिजनों की सरकार पूरी तरह देखभाल करेगी। गृह मंत्री ने हमले को कायराना बताते हुए कहा कि नक्सलियों ने यदि गांव के निर्दोषों को सामने ढाल बनाकर ना खडा किया होता तो इतना बडा हादसा करने में कामयाब नहीं हो सकते थे। सीआरपीएफ के जवान निर्दोष नागरिकों पर गोली नहीं चला सकते।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में चिंतागुफा थाना क्षेत्र के दोरनापाल और चिंतलनार गांव के मध्य नक्सलियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के गश्ती दल परात लगाकर हमला कर दिया। इस हमले में सीआरपीएफ के एक असिस्टेंट कमांडेंट और एक डिप्टी कमांडेंट समेत 13 जवान शहीद हो गए।