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10 ट्रेड यूनियनों की हड़ताल कल

दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की बुधवार की राष्ट्रव्यापी हड़ताल से आवश्यक सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। श्रम कानूनों में प्रस्तावित बदलाव के विरोध में इस हडताल का आह्वान किया गया है। हालांकि भाजपा...

10 ट्रेड यूनियनों की हड़ताल कल
एजेंसीTue, 01 Sep 2015 08:05 PM
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दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की बुधवार की राष्ट्रव्यापी हड़ताल से आवश्यक सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। श्रम कानूनों में प्रस्तावित बदलाव के विरोध में इस हडताल का आह्वान किया गया है। हालांकि भाजपा समर्थित भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) और नेशनल फ्रंट आफ इंडियन ट्रेड यूनियंस ने हड़ताल में शामिल नहीं होने का फैसला किया है।

इस दस यूनियनों का दावा है कि सरकारी और निजी क्षेत्र में उनके सदस्यों की संख्या 15 करोड़ है। इनमें बैंक और बीमा कंपनियां भी शामिल हैं। मंत्रियों के समूह के साथ बैठक का कोई नतीजा नहीं निकलने के बाद यूनियनों ने हड़ताल पर जाने का फैसला किया।

यूनियन नेताओं ने कहा कि हड़ताल से परिवहन, बिजली गैस और तेल की आपूर्ति जैसी आवश्यक सेवाएं प्रभावित होंगी। हालांकि बीएमएस ने दावा किया है कि कि कल की आम हड़ताल से बिजली, तेल एवं गैस की आपूर्ति प्रभावित नहीं होगी, क्योंकि सार्वजनिक क्षेत्र के बड़ी संख्या में कर्मचारी श्रम कानूनों में बदलाव के विरोध में हो रही हड़ताल से हट गए हैं।

12 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने 12 सूत्रीय मांगों के समर्थन में हड़ताल का आह्वान किया था। उनकी मांगों में श्रम कानून में प्रस्ताविक श्रमिक विरोधी संशोधन को वापस लेना और सार्वजनिक उपक्रमों का विनिवेश व निजीकरण रोकना शामिल है। बीएमएस बाद में इस हडत़ाल से हट गई। उसका कहना है कि सरकार ने कुछ प्रमुख मांगों को पूरा करने का जो आश्वासन दिया है उसके लिए उसे समय दिया जाना चाहिए। नेशनल फ्रंट आफ इंडियन ट्रेड यूनियंस भी हड़ताल में शामिल नहीं होगी।

अन्य यूनियनों की ओर से बोलते हुए आल इंडिया ट्रेड यूनियन के सचिव डी एल सचदेव ने कहा कि सभी दस केंद्रीय ट्रेड यूनियनें बुधवार को हड़ताल पर रहेंगी। उन्होंने दावा किया कि बीएमएस की कई राज्य इकाइयां भी हड़ताल में शामिल होंगी।

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