फोटो गैलरी

Hindi Newsकरात बोले, देश को तीसरे विकल्प की जरूरत

करात बोले, देश को तीसरे विकल्प की जरूरत

कांग्रेस पार्टी को भारतीय जनता पार्टी का विकल्प मानने से इंकार करते हुये मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश करात ने गुरुवार को कहा कि देश को एक नये विकल्प की जरूरत...

करात बोले, देश को तीसरे विकल्प की जरूरत
Thu, 14 Mar 2013 01:55 PM
ऐप पर पढ़ें

कांग्रेस पार्टी को भारतीय जनता पार्टी का विकल्प मानने से इंकार करते हुये मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव प्रकाश करात ने गुरुवार को कहा कि देश को एक नये विकल्प की जरूरत है वह नया विकल्प तब बनेगा जब सभी समान विचारधारा वाले दल वैकल्पिक नीतियों के लिये संघर्ष को आगे ले जायेंगे।

करात से जब पूछा गया कि क्या कोई तीसरा मोर्चा बनेगा और उसके नेता सपा प्रमुख मुलायम सिंह होंगे तो उन्होंने सवाल को टालते हुए कहा कि चुनावी गठबंधन से कोई मोर्चा नहीं बनेगा, हां देश को कांग्रेस और भाजपा के अलावा एक नयी ताकत और मजबूत विकल्प की जरूरत है और जो भी समान विचार धारा वाले दल कांग्रेस और भाजपा की नीतियों के खिलाफ साथ देंगी उन्हें हम अपने साथ लेकर चलेंगे। इसमें केन्द्र की कई पार्टियां भी हैं और कई राज्यों की भी पार्टियां भी शामिल हैं।

कानपुर में संघर्ष संदेश यात्रा के जत्थे के साथ पहुंचे माकपा महासचिव प्रकाश करात ने आज सुबह इटावा रवाना होने से पहले कहा कि उनकी इस यात्रा के छह उद्देश्य हैं। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा, जमीन अधिग्रहण, रोजगार, शिक्षा और चिकित्सा का अधिकार, महिलाओं का अधिकार और भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग हमारी यात्रा के छह मकसद हैं।

करात ने कहा कि जिन राजनीतिक दलों को हमारी इन वैकल्पिक नीतियों पर यकीन है वह हमारे साथ है हम साथ मिल कर संघर्ष करेंगे। हमारे यह संघर्ष संदेश यात्रा चार स्थानों से निकली है और 18 मार्च को दिल्ली पहुचेंगी और फिर 19 मार्च को हम सब मिल कर रामलीला मैदान में एक बड़ी जनसभा करेंगे वहीं से अगले आंदोलन का बिगुल फूंका जायेगा।

माकपा नेता करात ने कहा कांग्रेस का विकल्प भाजपा नहीं है और देश को एक नये विकल्प और ताकत की जरूरत है वह नया विकल्प तभी बनेगा जब हम सब मिल कर वैकल्पिक नीतियों के लिये मिल कर संघर्घ करेंगे और इस आंदोलन को जन आंदोलन के रूप में आगे ले जायेंगे। उन्होंने कहा कि अभी हमारे देश में जो नीतियां है वह देश के बड़े बड़े पूंजीपतियों, औद्योगिक घरानों और भूस्वामियों के लिये हैं। यह नीतियां इन्हीं अमीर लोगों को फायदा पहुंचाने के लिये ही बनती हैं और इन नीतियों की समर्थक कांग्रेस और भाजपा दोनों हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी वैकल्पिक नीतियां वर्तमान नीतियों के बिल्कुल उलट और खिलाफ हैं। इसी लिये जो भी समान विचार धारा वाले राजनीतिक दल है जो इन पूंजीवादी नीतियों के खिलाफ है और हमारी वैकल्पिक नीतियों के साथ है उन सबको हम अपने साथ ले चलेंगे और इन नीतियों का विरोध करने वालो को हम आगे बढ़ायेंगे और उनका समर्थन करेंगे।

इससे पहले करात ने कल देर रात कानपुर के विजय नगर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुये कहा कि कानपुर मजदूर वर्ग के आंदोलन का केन्द्र है और अब केन्द्र की पूंजीवादी व्यवस्था को बदलना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नरेन्द्र मोदी के गुजरात मॉडल को आगे करके देश में पेश करना चाहती है। गुजरात में बड़े उद्योगपतियों को हजारों एकड़ जमीन दी गयी है और टैक्स, बिजली में छूट दी जा रही है, पर वहां शिक्षा चिकित्सा में गिरावट के साथ कुपोषण सर्वाधिक है। इसलिये देश को गुजरात मॉडल स्वीकार नहीं है क्योंकि यह मॉडल सिर्फ पूंजीपंतियों और औद्योगिक घरानों को फायदा पहुंचाने के लिये है।

माकपा का संघर्ष संदेश जत्था आज सुबह नौ बजे इटावा के लिये रवाना हो गया। इस जत्थे में करात के साथ पार्टी के विमान बसु, सुभाषिनी अली, आदि कार्यकर्ता शामिल हैं। अली ने बताया कि जत्थे की अगली जनसभा आज दोपहर इटावा में होगी। इसी तरह जनसभाएं करते हुये यह काफिला 18 मार्च को दिल्ली पहुंचेगा और 19 मार्च को रामलीला मैदान में एक जनसभा होगी जिसमें इन वैकल्पिक नीतियों को सरकार से लागू कराने के लिये बड़े आंदोलन की घोषणा की जायेगी।

 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें