कोश्यारी के इस्तीफे से खंडूड़ी पर संकट
लोकसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा में मचे घमासान में नई कड़ी जोड़ते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर राज्य सरकार के लिए नई परेशानी खड़ी कर दी है। कोश्यारी ने पार्टी...
लोकसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा में मचे घमासान में नई कड़ी जोड़ते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर राज्य सरकार के लिए नई परेशानी खड़ी कर दी है। कोश्यारी ने पार्टी आलाकमान की राय के खिलाफ राज्यसभा से इस्तीफा दिया है।
सूत्रों के अनुसार बीती रात उन्हें फोन कर पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने इस्तीफा देने से मना किया था और उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन के मसले पर बातचीत का आश्वासन दिया था लेकिन कोश्यारी ने बुधवार को राज्यसभा के चेयरमैन हामिद अंसारी को अपना इस्तीफा दे दिया।
कोश्यारी समर्थक कुछ विधायकों की इस्तीफे की पेशकश की चर्चाओं के बीच यह घटनाक्रम उत्तराखंड में पार्टी की सरकार के लिए नई चुनौती के रूप में देखा जा रहा है। उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष गजराज बिष्ट ने भी इस्तीफा दे दिया है।
कोश्यारी के इस्तीफे के बाद उन पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई करने का दबाव बढ़ने की भी चर्चा है। सोमवार को ही राजनाथ ने सभी बड़े छोटे नेताओं को चेतावनी दी थी कि पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाली कोई भी कार्रवाई अनुशासनहीनता के दायरे में आयेगी।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि राज्य में कोई भी भाजपा विधायक मध्यावधि चुनाव नहीं चाहता है। ऐसी स्थिति में पार्टी यदि कोश्यारी पर बड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई करती है तो बाकी बागी विधायक चुनाव के भय से चुपचाप बैठ जायेंगे।