पाक का खुफिया रिएक्टर आया दुनिया के सामने
पाकिस्तान पर समय-समय पर अक्सर ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि वह अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है। अब ऐसे सबूत भी सामने आ गए हैं जो इस बात को पूरी तरह से स्पष्ट कर सकते हैं। अमेरिका के...
पाकिस्तान पर समय-समय पर अक्सर ऐसे आरोप लगते रहे हैं कि वह अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहा है। अब ऐसे सबूत भी सामने आ गए हैं जो इस बात को पूरी तरह से स्पष्ट कर सकते हैं। अमेरिका के इंस्टीट्यूट फॉर साइंस एंड इंटरनल सिक्योरिटी की ओर से जारी ताजा रिपोर्ट में इस बात का दावा किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार 15 जनवरी को उपग्रह से प्राप्त हाई रेसोल्यूशन चित्रों में यह साफ दिखाई दे रहा है कि परमाणु हथियारों में इस्तेमाल होने वाले प्लूटोनियम के उत्पादन के लिए पाकिस्तान में बनाए गए खुशाब परमाणु संयंत्र की चौथी इकाई भी पूरी तरह तैयार हो चुकी है। उसमें काम शुरू हो गया है।
संयंत्रों में काम शुरू
यह बात दावे के साथ इसलिए भी कही जा रही है क्योंकि सेटेलाइट की तस्वीरों में रिएक्टर को काम करते हुए दिखाया गया है। चित्रों में नई इकाई की चिमनियों से धुंआ उठता भी दिख रहा है जो इस बात का सबूत है कि वहां काम हो रहा है। इसके अलावा संयंत्र परिसर के पश्चिमी हिस्से में दो और निर्माण हो रहे हैं जो संभवत संयंत्र की नई इकाइयां हैं। यह संयंत्र पास बहने वाली एक नदी के किनारे बना हुआ है। photo1
पड़ोसी देशों के लिए खतरा
रिपोर्ट में कहा गया है कि अगर चित्रों को प्रमाणिक माना जाए तो यह वाकई चिंता का विषय है कि पाकिस्तान फिर परमाणु हथियार बनाने की तैयारी कर रहा है। पड़ोसी दशों से मिलने वाले किसी भी खतरे की स्थिति में वह इन हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। पाकिस्तान के बारे में यह खबर ऐसे समय आई है जब अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा 25 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर विशेष अतिथि के रूप में शामिल होने के लिए भारत यात्रा पर जा रहे है और वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ होने वाली द्विपक्षीय बैठक में दोनों नेताओं के बीच परमाणु हथियारों के खतरों पर अहम चर्चा की संभावना है।
तेजी से क्षमता बढ़ा रहा पाक
अमेरिका के एक शीर्ष थिंक टैंक ने इस बात का खुलासा किया था। इसके मुताबिक पाकिस्तान का परमाणु हथियार कार्यक्रम विश्व में सबसे तेजी से बढ़ाने वाला है और 2020 तक उसके पास 200 से अधिक परमाणु हथियार बनाने के लिए पर्याप्त सामग्री होगी। ‘काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस’ (सीएफआर) का कहना है कि हालांकि कई देश अपनी कुल परमाणु हथियारों में कटौती कर रहे हैं, लेकिन एशिया में इसमें बढ़ोतरी हो रही है। खासकर पाकिस्तान का परमाणु कार्यक्रम विश्व में सबसे तेजी से बढ़ने वाला है।
2020 तक इसके पास 200 परमाणु हथियार बनाने की सामग्री होगी। सीएफआर ने कहा कि पाकिस्तान का ध्यान पूरी तरह से भारत द्वारा पैदा खतरे पर है। वह पाकिस्तानी परमाणु हथियार जब्त करने के लिए सैन्य अभियान चलाने की अमेरिका की क्षमता से भी चिंतित है। वह अपनी परमाणु क्षमता बढ़ा कर देशों पर दबाव बनाना चाहता है।
पाकिस्तान करता रहा खंडन
हमेशा से ऐसे कयास सामने आते रहे हैं जिनमें कहा जा रहा था कि पाकिस्तान का नया परमाणु रिएक्टर काम करने लगा। पाकिस्तान का खुशाब परमाणु संयंत्र वर्ष 1990 में बनकर तैयार हुआ था। हालांकि पाकिस्तान हमेशा से इस बात का खंडन करता रहा है कि वह परमाणु हथियार बना रहा है उसका कहना है कि शुरुआती परमाणु परीक्षणों के बाद से उसने इस पर खुद रोक लगा रखी है।