बजट से मिल सकता है 20 हजार लोगों को रोजगार
आम बजट से दिल्ली के विभिन्न विभागों एवं संस्थानों को ढेरों उम्मीदें हैं। यदि बजट इनकी उम्मीदों पर खरा उतरा तो दिल्ली में 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकता है। जहां कई विभागों में हजारों पद...
आम बजट से दिल्ली के विभिन्न विभागों एवं संस्थानों को ढेरों उम्मीदें हैं। यदि बजट इनकी उम्मीदों पर खरा उतरा तो दिल्ली में 20 हजार से अधिक लोगों को रोजगार मिल सकता है। जहां कई विभागों में हजारों पद खाली पड़ें हैं, वहीं दिल्ली ट्रेफिक पुलिस बढ़ते ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में जवानों की भर्ती के लिए तैयार है।
देश की राजधानी की बढ़ती जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उम्मीद की जा रही कि वित्त मंत्री दिल्ली के विभिन्न संस्थानों को पर्याप्त पैसा उपलब्ध कराएंगे।
ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार दिल्ली में पिछले कई वर्षो में ट्रैफिक काफी बढ़ चुका है। ट्रैफिक पुलिस के पास लगभग 06 हजार जवान है। वर्तमान ट्रैफिक को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली पुलिस को लगभग इतने ही जवानों की और जरूरत होगी। वहीं दूसरी तरफ दिल्ली विश्वविद्यालय में 4500 शिक्षकों की भर्ती अधर में लटकी हुई है। यदि केंद्र सरकार से शिक्षा क्षेत्र की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए बेहतर बजट दिया जात है तो इन पदों के भरे जाने पर बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल सकता है।
रेलवे के दिल्ली मंडल में भी कर्मिचारियों की काफी कमी है। कुछ दिन पूर्व जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार रेलवे में वाणिज्यिक व परिचालन वर्ग के कर्मियों को मिला कर 4000 से अधिक कर्मियों की कमी है। पैसे की कमी के चलते रेलवे इन पदों को फिलहाल भर नहीं रहा है। वहीं बैंकों में तेजी से सेवानिवृत हो रहे रहे कर्मियों को ध्यान में रखा जाए तो अगले एक वर्ष में सिर्फ दिल्ली में लगभग 2000 बैंक कर्मियों की जरूरत होगी। दिल्ली पुलिस में भी लगभग 5000 जवानों की भर्ती का प्रस्ताव है। इनमें से लगभग 3000 महिला जवानों की भर्ती होनी है।
बढ़ती जनसंख्या के आधार पर भी हैं नौकरियां
दिल्ली सरकार व एमसीडी के स्कूलों में जनसंख्या के लिहाज से लगभग 25 हजार शिक्षकों की भर्ती की जानी है। इसके अलावा दिल्ली सरकार के अस्पतालों में लगभग 1000 डॉक्टर व 05 हजार मेडिकल स्टॉफ की भी जरूरत है।