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नोबेल पुरस्कार चाहिए तो करें 20 साल इंतजार

प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार के लिए इंतजार की अवधि अब और बढ़ गई है। एक अध्ययन के मुताबिक किसी बड़ी वैज्ञानिक खोज का पता चलने और नोबेल प्रदान किए जाने के बीच की अवधि को लगातार बढ़ाया जाता रहा है और अब इसे...

नोबेल पुरस्कार चाहिए तो करें 20 साल इंतजार
एजेंसीSun, 13 Apr 2014 09:49 AM
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प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार के लिए इंतजार की अवधि अब और बढ़ गई है। एक अध्ययन के मुताबिक किसी बड़ी वैज्ञानिक खोज का पता चलने और नोबेल प्रदान किए जाने के बीच की अवधि को लगातार बढ़ाया जाता रहा है और अब इसे बढ़ाकर 20 साल कर दिया गया है।

यह अध्ययन करने वाले फिनलैंड के ऑल्टो विश्वविद्यालय के प्राध्यापक सैंटो फॉर्चूनाटो ने कहा कि चूंकि मरणोपरांत नोबेल प्रदान नहीं किया जाता, इसलिए इससे विज्ञान के सर्वोच्च सम्माननीय संस्थानों की अवहेलना होने का खतरा उत्पन्न हो गया है।

अध्ययन के अनुसार, जब तक नोबेल प्रदान किए जाने का समय आएगा, तब तक नोबेल के हकदार अनेक वैज्ञानिकों की मृत्यु हो चुकी होगी। 1940 से पहले भौतिकी में 11 फीसदी, रसायन एवं शरीर विज्ञान में 15 फीसदी तथा औषधि विज्ञान में 24 फीसदी नोबेल पुरस्कार प्रदान करने में आविष्कार होने के बाद 20 साल से अधिक का समय लगा था।

लेकिन 1985 के बाद भौतिकी में 60 फीसदी, रसायन एवं शरीर विज्ञान में 52 फीसदी तथा औषधि विज्ञान में 45 फीसदी नोबेल पुरस्कार 20 वर्ष की अवधि के बाद दिए गए। कुछ मामलों में यह इंतजार और भी लंबा रहा। उदाहरण के लिए भारतीय मूल के प्रख्यात अमेरिकी खगोल भौतिकविद सुब्रह्मण्यम चंद्रशेखर को 1930 में की गई नक्षत्रीय संरचना की खोज के लिए 1983 में जाकर संयुक्त रूप से भौतिकी का नोबेल प्रदान किया गया।

1901 से 2013 के बीच जितने भौतिकविदों को नोबेल प्रदान किया गया, उनकी औसत आयु 55 वर्ष है। सबसे कम उम्र में नोबेल पाने वाले भौतिकविद 25 वर्षीय लॉरेंस ब्रैग हैं। ब्रैग को 1915 में उनके पिता के साथ संयुक्त रूप से नोबेल दिया गया था। नोबेल पाने वाले अब तक के सबसे वृद्ध भौतिकविद 88 वर्षीय रेमंड डेविस जूनियर हैं, जिन्हें 2002 में नोबेल प्रदान किया गया था।

अध्ययन के अनुसार, इस शताब्दी के आखिर तक नोबेल प्राप्त करने वालों की औसत आयु के उनकी जीवन प्रत्याशा की उम्र से भी अधिक हो जाने की संभावना है। यह अध्ययन शोध पत्रिका 'नेचर' में प्रकाशित हुआ है।

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