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Hindi Newsहिन्दी के लिए 10 हजार छात्र सड़कों पर

हिन्दी के लिए 10 हजार छात्र सड़कों पर

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सीसैट परीक्षा के खिलाफ 7 दिन पहले मुखर्जी नगर से शुरू हुआ आमरन अनशन और विरोध-प्रदर्शन का दायरा अब बढ़ता जा रहा है। दिल्ली समेत देश के अन्य शहरों में भी छात्र इसके...

हिन्दी के लिए 10 हजार छात्र सड़कों पर
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 15 Jul 2014 04:07 PM
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संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की सीसैट परीक्षा के खिलाफ 7 दिन पहले मुखर्जी नगर से शुरू हुआ आमरन अनशन और विरोध-प्रदर्शन का दायरा अब बढ़ता जा रहा है। दिल्ली समेत देश के अन्य शहरों में भी छात्र इसके खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। सोमवार को पांच हजार से ज्यादा छात्रों ने शाहजहां रोड स्थित यूपीएससी भवन के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया।

इसके खिलाफ इंडिया गेट, आईटीओ स्थित हिन्दी भवन पर भी छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। मुखर्जी नगर में छात्रों का आमरण अनशन आठवें दिन भी जारी रहा। अनशन पर बैठे छात्रों की हालत लगातार खराब हो रही है।

यूपीएससी दोपहर 3:00 बजे
हजारों छात्र जुटे, पुलिस ने भांजी लाठियां
छात्रों ने सोमवार दोपहर यूपीएससी भवन के सामने प्रदर्शन किया। यहां हजारों छात्र जुटे थे। छात्रों को पुलिस की लाठियां तक खानी पडम्ी। छात्रों को हटाने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और फिर वाटर केनन का इस्तेमाल किया। छात्रों के मुताबिक आंसू गैस के गोले भी छोडम्े गए। बाद में पुलिस ने 500 से ज्यादा छात्रों को हिरासत में लिया।

हिन्दी भवन शाम 4:30 बजे
हिन्दी की बदहाली के खिलाफ साथ मांगा
छात्रों ने आईटीओ स्थित हिन्दी भवन के बाहर भी प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने संबंधित विभाग के अधिकारियों से मांग की कि वो हिन्दी की बदहाली के खिलाफ छात्रों का साथ दें। छात्रों ने उनसे हिन्दी भाषा को बढमवा देने के केंद्र सरकार से बात करने की भी मांग की।

इंडिया गेट शाम 5:00 बजे
लाठीचार्ज के खिलाफ इंडिया गेट पर प्रदर्शन
यूपीएससी भवन के आगे विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर हुए लाठी चार्ज के खिलाफ छात्रों के एक दल ने सोमवार शाम पांच बजे के करीब इंडिया गेट पर विरोध मार्च निकाला। इस दौरान छात्रों ने हिन्दी भाषा को बचाने के लिए केंद्र सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की और छात्रों पर हुए हमले को गलत बताया। 


मुखर्जी नगर शाम 7:00 बजे
आठ दिन से आमरण अनशन पर बैठे हैं छात्र
मुखर्जी नगर में छात्रों का अनशन आठवें दिन भी जारी रहा। आमरण अनशन पर बैठे पवन और निलोत्पल ने बताया कि हमारा आंदोलन देश में हिन्दी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं के अस्तित्व को बचाने के लिए है। इस दौरान बडम्ी संख्या में छात्र भी धरना स्थल के पास डटे हुए हैं।

अन्य शहरों में भी हुआ विरोध प्रदर्शन
सीसैट के खिलाफ अब दिल्ली के साथ-साथ देश के अन्य हिस्सों के छात्र भी एकजुट हो गए हैं। सोमवार को दक्षिण भारत समेत उत्तरी भाग के कई शहरों में छात्रों ने सीसैट के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने सीसैट को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग की। साथ  ही हिन्दी समेत अन्य भारतीय भाषाओं को बढमवा देने की मांग की।  दिल्ली में आमरन अनशन कर रहे छात्रों ने बताया कि सोमवार को दिल्ली के अलावा पटना, भोपाल, चेन्नई, बंग्लुरू, अंबाला, लखनऊ और पुणे जैसे शहरों मे छात्रों ने सीसैट के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

भारतीय भाषाओं को बचाना होगा

हिन्दुस्तान अखबार के अभियान का समर्थन करता हूं। मुङो लगता है कि भारतीय भाषाओं को बचाने के लिए सभी को साथ मिलकर लडम्ना चाहिए। सीसैट भारतीय भाषाओं से यूपीएससी की परीक्षा दे रहे छात्रों के खिलाफ है। -शरद यादव, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जदयू


सिविल परीक्षा में भारतीय भाषाओं से उत्तीर्ण होने वाले छात्रों का प्रतिशत साल दर साल कम हो रहा है। यह भारतीय  भाषाओं के लिए भी गंभीर संकट है।  आयोग को चाहिए कि वह सीसैट को खत्म करें। -विश्वनाथ प्रसाद तिवारी, अध्यक्ष, साहित्य अकादमी
यूपीएससी अंग्रेजी को बढमवा देने की नीति के तहत ऐसा कर रहा है। देश का आम आदमी हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं में संवाद करता है लिहाजा यूपीएससी में इन भाषाओं को बढमवा देने के लिए काम करना चाहिए। -मनीष सिसोदिया, नेता, ‘आप’

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