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26/11 के 6 साल बाद खोला गया नरीमन हाउस

26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के दौरान निशाना बना मुंबई का छाबड़ हाउस आज फिर से खोल दिया गया। इसे नरीमन हाउस के नाम से भी जाना जाता है। यह भवन यहूदियों की आस्था का केंद्र है और इजराइल छाबड़-लुबाविच...

26/11 के 6 साल बाद खोला गया नरीमन हाउस
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 26 Aug 2014 01:46 PM
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26/11 के मुंबई आतंकी हमलों के दौरान निशाना बना मुंबई का छाबड़ हाउस आज फिर से खोल दिया गया। इसे नरीमन हाउस के नाम से भी जाना जाता है। यह भवन यहूदियों की आस्था का केंद्र है और इजराइल छाबड़-लुबाविच आंदोलन का भी केंद्र रहा है।

करीब छह साल पहले हुए आतंकी हमले में यह इमारत बुरी तरह से ध्वस्त हो गई थी। यहूदी पर्यटकों को निशाना बनाते हुए आतंकी इस इमारत में घुस आए थे। आज यह इमारत एक म्यूजियम के रूप में आम जनता के लिए खोली जाएगी।

कड़ी सुरक्षा के बीच कामगारों ने सोमवार को इस इमारत को अंतिम रूप दिया। आतंकी हमले में रब्बी (यहूदी धर्मगुरू) गवरियर और उनकी पत्नी रेविका की मौत के बाद अब इस भवन की जिम्मेदारी रब्बी इजराइल कोजलोवस्काय और उनकी पत्नी छाया के पास है।

इजराइल छाबड़-लुबाविच आंदोलन के प्रवक्ता रब्बी मोटी सेलिग्सन ने बताया, इस मौके पर 25 यहूदी धर्मगुरुओं को आमंत्रित किया गया है, जो बैंकॉक, थाईलैंड, सिंगापुर और हांगकांग से आएंगे। इस मौके पर 2.5 मिलियन डॉलर की कीमत से बनने वाले भव्य म्यूजियम का एलान भी किया जाएगा।

नरीमन हाउस को छाबड़ लुबाविच केंद्र के नाम से भी जाना जाता है। यह पंचमंजिला इमारत आतंकवादियों द्वारा कब्जे में लिए जाने के बाद सबके समाचारों में आई थी। यह भवन यहूदियों की मदद करने के लिए बनाया गया एक केंद्र है, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक ठहरते हैं। छाबड़-लुबाविच धर्म का पालन करने वाले लगभग 4000 दंपतियों ने विश्व के कई देशों में छाबड़ हाउस खोल रखे हैं।

मुंबई के छाबड़ हाउस को चलाने वाले दंपती के आतंकी हमले में मारे जाने के बाद कई देशों से युवा छाबड़-लुबाविच विश्वासी यहां पहुंचे हैं। 2003 में मुंबई में नवविवाहित होल्त्सबर्ग दंपत्ति ने नरीमन हाउस में पहला छाबड़ हाउस खोला था।

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