गूगल कार से सफर करने में नहीं लगा डर
गूगल की स्वचालित कार के बारे में हम सबने सुना है, लेकिन इसके सफर के अनुभव से अब तक अनजान हैं। इसके चलते कई लोगों के मन में रोमांच के साथ डर भी है कि न जाने इसका सफर कैसा होगा? जितना दावा किया जा रहा...
गूगल की स्वचालित कार के बारे में हम सबने सुना है, लेकिन इसके सफर के अनुभव से अब तक अनजान हैं। इसके चलते कई लोगों के मन में रोमांच के साथ डर भी है कि न जाने इसका सफर कैसा होगा? जितना दावा किया जा रहा है, उतनी यह सुरक्षित होगी भी या नहीं?
यह डर दूर करने के लिए हमें इस कार में खुद बैठना होगा। पर जब तक यह संभव नहीं हो जाता, हम इस कार में सफर करने वाले चंद लोगों के अनुभव के सहारे इस इस शानदार सफर की कल्पना तो कर ही सकते हैं। हाल में ब्रिटिश महिला कैरोलीना ग्राहम ने गूगल कार में सफर करके बताया है कि यह बेहद शानदार रहा। इसमें डर नहीं मजा आया।
कैरोलीना पत्रकार हैं और उन्होंने अमेरिकी शहर कैलोफोर्निया में स्थिम गूगल कैंपस में यह अनुभव हासिल किया। आइए कार में सफर करने वाली पहली गैरअमेरिकी शख्स कैरोलीना के जुबानी जानते हैं कि कैसा रहा यह सफर।
इस लाइव सफर पर आप भी चलें: मैं कार के अंदर गई और नारंगी रंग की सीट पर आराम से बैठ गई। बाहर से यह छोटी लगती है, लेकिन अंदर जगह ही जगह है क्योंकि इसमें ब्रेक, गेयर और स्टेरिंग नहीं होती है।
मेरे सामने कार के सामने वाला शीशा था। इस स्क्रीन पर समय, तारीख, तापमान व सामने की सड़क की कंप्यूटरकृत तस्वीर दिखती है।
मैंने गो बटन दबाया और कार चल पड़ी। जल्द ही कार ने 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ ली। रास्ते में कोई दूसरी गाड़ी या व्यक्ति सामने आने पर मेरी कार तेजी से मुड़ जाती थी। कार के सामने किसी के आने पर इसके ब्रेक भी अच्छे से लगते थे। अब मुझे मजा आने लगा। चूंकि कार अपने आप चल रही थी। इसलिए मैंने लैपटॉप खोलकर काम शुरू कर दिया।