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टाईम ने युवा भारतीय वास्तुकार को बताया भविष्य का नायक

झुग्गी बस्ती के निवासियों के लिए बाढ़ से सुरक्षित और किफायती दरों के मकानों का डिजाइन तैयार करने वाले 28 साल के एक भारतीय वास्तुकार को टाईम पत्रिका ने भविष्य का युवा नायक बताया है। टाईम ने अगली पीढ़ी...

टाईम ने युवा भारतीय वास्तुकार को बताया भविष्य का नायक
एजेंसीSat, 20 Sep 2014 02:36 PM
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झुग्गी बस्ती के निवासियों के लिए बाढ़ से सुरक्षित और किफायती दरों के मकानों का डिजाइन तैयार करने वाले 28 साल के एक भारतीय वास्तुकार को टाईम पत्रिका ने भविष्य का युवा नायक बताया है। टाईम ने अगली पीढ़ी के नायकों की प्रथम श्रेणी में छह प्रेरणादाई युवा लोगों का नाम लिया है। टाईम ने कहा कि आलोक शेट्टी उन भविष्य के नायकों में शामिल हैं, जो उनकी दुनिया को बदलने के लिए आज बहुत मेहनत कर रहे हैं।

टाईम ने कहा कि शेट्टी एक वास्तुकार के रूप में भारत में उम्मीदों का निर्माण कर रहे हैं। वह जटिल समस्याओं के लिए सरल हल खोज रहे हैं। शेट्टी बंगलूर की गैर लाभकारी संस्था परिणाम फाउंडेशन के साथ काम कर रहे हैं और झुग्गीबस्ती के उन सैंकड़ों निवासियों के लिए मकान डिजाइन कर रहे हैं, जिनके अस्थायी मकान भारी बारिश में बह गए और मलेरिया जैसी बीमारियों के पैदा होने की जगह बन गए।

शेट्टी बंगलूर के एलआरडीई झुग्गीबस्ती में काम करते रहे हैं। यह बस्ती दक्षिण भारत के इस शहर में तेजी से फैलते तकनीकी पार्कों में से एक के पास स्थित है। यहां लगभग दो हजार लोग रहते हैं। कोलंबिया विश्वविद्यालय से वास्तुकला में परास्नातक का अध्ययन करने वाले शेट्टी ने इस समस्या के साथ भी वही रवैया अपनाया, जो वह अपनी सभी परियोजनाओं के साथ अपनाते हैं। यह रवैया था- अच्छे डिजाइन और टिकाउपन का मेल।

शेट्टी ने फेंकी जा चुकी चौखटों, बांस और लकड़ी से बाढ़ में भी सुरक्षित रहने वाले मकानों के डिजाइन तैयार किए। इनकी लागत महज 300 अमेरिकी डॉलर है। इन मकानों को आसानी से लगाया जा सकता है और इन्हें बनाने एवं हटाने में महज चार घंटे लगते हैं। इन इकाईयों का खर्च वहन करने में अक्षम लोगों के लिए इस लागत को और कम करने के लिए शेट्टी सरकारी अनुदान की उम्मीद कर रहे हैं।

टाईम रिपोर्ट में शेट्टी कहते हैं, मेरी यात्राओं के दौरान मैंने ग्रामीण भारत के ऐसे विस्तृत इलाके देखे, जहां स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा के लिए अवसंरचना बेहद कम विकसित थी। उन्होंने कहा कि इन इलाकों में सुविधाओं का निर्माण असंभव नहीं है क्योंकि इसमें समय लगता है। अनुकूलक वास्तुकला विकास से जुड़ी हमारी समस्याओं को सुलझाने में मददगार हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि प्राय: सरल हल सर्वश्रेष्ठ हल होते हैं।

इस सूची में इस्राइली सामाजिक उद्यमी एडी अल्टशुलर (27), चिकित्सीय परीक्षण पर काम करने वाले चीन के जाओ बोवेन (22) और ट्यूनीशिया में महिला राजनेताओं को पहली बार सामने लाने के लिए काम करने वाली संस्था असवत निसा की संस्थापक एवं कार्यकर्ता इकराम बेन सेड शामिल हैं।

इसके अलावा ऑनलाइन म्यूजिक वीडियो के दिग्गज जमाल एडवडर्स (24) और देश में पहली आपात हवाई एंबुलेंस सेवा फ्लाइंग डॉक्टर्स नाइजीरिया की संस्थापक एवं प्रबंध निदेशक ब्रितानी-नाइजीरियाई मूल की ओला ओरेकुनरिन (28) भी इस सूची में शामिल हैं।

 

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