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साथ रहेगा या होगा अलग, स्कॉटलैंड में जनमत संग्रह

स्काटलैंड की आजादी के लिए गुरुवार को जनमत संग्रह होने वाला है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, पूर्व प्रधानमंत्री जॉन मेजर और पूर्व प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन ने क्रमशः ब्रिटेन से अलग होने की...

साथ रहेगा या होगा अलग, स्कॉटलैंड में जनमत संग्रह
एजेंसीThu, 18 Sep 2014 10:56 AM
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स्काटलैंड की आजादी के लिए गुरुवार को जनमत संग्रह होने वाला है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन, पूर्व प्रधानमंत्री जॉन मेजर और पूर्व प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन ने क्रमशः ब्रिटेन से अलग होने की मांग कर रहे स्कॉटलैंड वासियों से स्वतंत्रता की मांग को छोड़ कर अखंड ब्रिटेन बनाए रखने की अपील की।

कैमरन ने कहा कि इतिहास में स्कॉटलैंड, इंग्लैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड ने साथ मिलकर शानदार उपलब्धियां हासिल की हैं। वर्तमान में ब्रिटेन में राजनीतिक गठबंधन बहुत मूल्यवान है, इस पर स्कॉटलैंड वासियों को आशंका नहीं होनी चाहिए। हमें आशा है कि आप आजादी की मांग को छोड़ देंगे और ब्रिटेन को दो भागों में विभाजित होने से बचा लेंगे।

पूर्व प्रधानमंत्री जॉन मेजर ने कहा कि अगर इंग्लैंड स्कॉटलैंड को खो देता है, तो ब्रिटेन की सैन्य शक्ति कमजोर पड़ जाएगी और ब्रिटेन व अमेरिका के घनिष्ठ रिश्तों में भी कमज़ोरी आ जाएगी। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन ने 8 सितंबर को वचन देते हुए कहा कि अगर स्कॉटलैंड आजादी की मांग को छोड़ देता है तो वे स्कॉटलैंड को और व्यपाक स्वतंत्र अधिकार देने के लिए कानून में संशोधन करेंगे।

गौरतलब है कि स्कॉटलैंड में जनमत संग्रह 18 सितंबर को होगा। स्कॉटलैंड की आजादी की मांग कर रहे समर्थकों की संख्या पहली बार विरोधियों से अधिक मानी जा रही है। स्काटलैंड की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी ग्रेट ब्रिटेन से अलग होने की पहल का समर्थन करती बतायी जाती है। अख़बार संडे टाइम्स के लिए यूगॉव नामक एक अनुसंधान कंपनी द्वारा किए गए जनमत-सर्वेक्षण के परिणामों में ऐसा दावा किया गया है।

उधर सर्वेक्षणों से सतर्क ब्रिटिश प्रधानमंत्री डेविड कैमरन स्कॉटलैंड का दौरा कर चुके हैं और वहां के लोगों से भावनात्मक आग्रह किया कि वे ‘राष्ट्रों के इस परिवार’ से नाता नहीं तोड़ें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर स्कॉटलैंड अलग होता है तो यह ब्रिटेन के लिए दिल तोड़ने वाला होगा।

कैमरन और ब्रिटेन के दूसरे नेता इंग्लैंड तथा स्काटलैंड के 307 वर्ष पुराने जुड़ाव को बनाए रखने के लिए प्रयास कर रहे हैं। स्कॉटलैंड 307 साल पहले ब्रिटेन का हिस्सा बना था। एडिनबरा में प्रचार करते हुए कैमरन भावुक हो गए। उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी पार्टी से जितना प्यार करता हूं उससे कहीं ज्यादा अपने देश से प्यार करता हूं। मुझे इस अद्भुत देश की बहुत फिक्र रहती है जिसका हम सबने मिलकर निर्माण किया है। अगर राष्ट्रों का यह परिवार बिखरता है तो मेरा दिल टूट जाएगा।’

हालांकि उन्होंने साफ किया कि अगर स्कॉटलैंड अलगाव के पक्ष में मतदान करता है तो शेष ब्रिटेन इसका सम्मान करेगा। प्रधानमंत्री के तौर पर मुझे भी इसे करना पड़ेगा।

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