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दिल्ली पुलिस मस्जिदों से ऐलान कराएगी

जेएनयू छात्र नजीब अहमद को लापता हुए 200 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं। अब तक दिल्ली पुलिस को इस मामले में कोई सुराग नहीं मिला है। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी और पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की...

दिल्ली पुलिस मस्जिदों से ऐलान कराएगी
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 15 May 2017 12:01 AM
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जेएनयू छात्र नजीब अहमद को लापता हुए 200 से ज्यादा दिन बीत चुके हैं। अब तक दिल्ली पुलिस को इस मामले में कोई सुराग नहीं मिला है। दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी और पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश की मस्जिदों से नजीब के बारे में नियमित तौर पर ऐलान करने को कहा है, जिसमें नजीब के बारे में सूचना देने की अपील की जाएगी। नजीब गत वर्ष 14 अक्तूबर की रात को छात्रावास में एबीवीपी सदस्यों के साथ हुए तथाकथित झगड़े के बाद से लापता है। पुलिस ने उसके बारे में सूचना देने वाले को 10 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा कर रखी है।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि नजीब की तलाश में कई टीमें लगी हैं, इसके बावजूद उसका कोई भी सुराग नहीं लगा है। अब दिल्ली पुलिस ने मस्जिदों से मदद मांगी है। जांच अधिकारियों ने चांदनी चौक में फतेहपुरी मस्जिद के इमाम से मुलाकात की और उनसे नमाज के दौरान नजीब के बारे में ऐलान करने का अनुरोध किया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमने उनसे लोगों से नजीब के बारे में कोई भी सुराग या सूचना साझा करने की अपील करने के लिए कहा है। हमने दिल्ली, पड़ोसी इलाकों और उत्तर प्रदेश में बदायूं तथा बरेली जैसे कुछ शहरों में नियमित तौर पर नजीब के बारे में ऐलान करने का आग्रह किया है।

पुलिस ने मस्जिदों की यात्रा करने वाली जमातों के साथ नजीब के लापता होने की सूचना साझा करने का भी अनुरोध किया है। इस बीच नजीब के परिवार के सदस्यों ने कहा कि उनका पुलिस से भरोसा उठ गया है। भाई मुजीब ने कहा कि अब तक नजीब के बारे में कोई भी जानकारी पुलिस जुटा नहीं पाई है। पुलिस ने उनके भाई का पता लगाने के लिए कुछ खास नहीं किया और केवल उन्हें प्रताड़ित किया है। इस सबके बीच परिवार को अब भी नजीब की वापसी की उम्मीद है। जब भी उनके परिवार के सदस्यों के पास किसी अनजान नंबर से फोन आता है तो उन्हें लगता है कि यह नजीब का हो सकता है। नजीब की मां फातिमा ने कहा कि मैं अपने बच्चों के सामने नहीं रोती क्योंकि वे भी मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन जब भी मैं अल्लाह से दुआ मांगती हूं तो रोती हूं। जब भी नजीब की पसंद का खाना पकता है या उससे जुड़ी कोई और बात होती है तो मैं उसे बहुत याद करती हूं। उन्होंने कहा कि पुलिस ने मेरे बेटे की नकारात्मक छवि पेश की है। वह अच्छे स्वभाव वाला है। मुझे पूरा भरोसा है कि वह लौट आएगा।

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