फोटो गैलरी

Hindi Newsवीकेंड पर अक्षय तृतीया मुहूर्त ने सर्राफा बाजारों में फूंकी जान

वीकेंड पर अक्षय तृतीया मुहूर्त ने सर्राफा बाजारों में फूंकी जान

नई दिल्ली। वरिष्ठ संवाददाताउदया तिथि पर अक्षय तृतीया का मुहूर्त और वीकेंड के जोड़ ने शनिवार को सर्राफा बाजार में जान फूंकने का काम किया। सर्राफा कारोबारियों के अनुसार अक्षय तृतीया दो दिन पड़ने से...

वीकेंड पर अक्षय तृतीया मुहूर्त ने सर्राफा बाजारों में फूंकी जान
लाइव हिन्दुस्तान टीमSat, 29 Apr 2017 11:30 PM
ऐप पर पढ़ें

नई दिल्ली। वरिष्ठ संवाददाताउदया तिथि पर अक्षय तृतीया का मुहूर्त और वीकेंड के जोड़ ने शनिवार को सर्राफा बाजार में जान फूंकने का काम किया। सर्राफा कारोबारियों के अनुसार अक्षय तृतीया दो दिन पड़ने से बाजार को 30 फीसदी तक मुनाफा हुआ है। नोट बंदी के बाद सर्राफा बाजार में आई मंदी अब शादियों के सीजन में पूरी होने की उम्मीद भी जताई जा रही है। दो दिन अक्षय तृतीया मनाये जाने से सर्राफा कारोबार को राहत मिली है। नोटबंदी के बाद पड़े पहले अक्षय तृतीया से सर्राफा कारोबारियों ने उम्मीदें लगाई थीं। गहनों के नये डिजायन बाजार में उतारे गए थे। लेकिन, शुक्रवार को भीड़ कम होने से उन्हें बहुत ज्यादा फायदा नहीं हुआ था। सर्राफा व्यवसायियों में निराशा थी जो कि शनिवार को भी दोबारा त्योहार होने से कम हुई। द बुलियन एंड ज्वैलर्स ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव योगेश सिंघल ने बताया कि पिछले साल से सोने के आभूषणों की मांग इस साल बेहतर थी। पिछले साल उत्पाद शुल्क के विरोध में 42 दिनों की हड़ताल से अक्षय तृतीया का त्योहार फीका रहा था। अब लेकिन धीरे-धीरे सराफा कारोबार पटरी पर आने लगा है। आने वाले समय में शादियों के सीजन से और ज्यादा बदलाव आएगा। दरीबा ज्वैलर्स एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष तरुण गुप्ता के मुताबिक अबकी साल अक्षय तृतीया पर 30 फीसदी तक कारोबार बढ़ा है। लेकिन यह रिसपांस दो दिनों तक अक्षय तृतीया मनाये जाने के चलते मिला है। हम लोग इससे बेहतर की उम्मीद लगाए बैठे थे। हल्के गहने ज्यादा बिकेबीते सालों के आंकड़ों पर नजर डालें तो अक्षय तृतीया पर दिल्ली में सर्राफा का 100 करोड़ से ज्यादा का व्यवसाय होता था। लोग गहनों के बड़े-बड़े सेट इसी खास दिन लेते थे। इस बार सर्राफा व्यवासियों का कहना है कि लोगों ने हल्के गहने जैसे चेन, अंगूठी, ब्रेसलेट, कानों की बालियां, नाक की बाली आदि ज्यादा खरीदे हैं। कैशलेस का मिला लाभपुरानी दिल्ली सहित करोलबाग के बड़े सर्राफा कारोबारियों ने भी इस बार नकद रहित भुगतान पर ज्यादा जोर दिया। करोल बाग ज्वेलर्स एसोसिएशन के महासचिव पवन गुप्ता का कहना है कि अक्षय तृतीया से पहले कैशलेस भुगतान को बढ़ावा देने के लिए लोगों ने अपने यहां मशीने लगा ली थीं। इसका उन्हें फायदा मिल रहा है।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें