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डूसू और एबीवीपी ने डीयू परिसर में निकाली तिरंगा यात्रा

दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार को डीयू के उत्तरी परिसर में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया। डूसू और एबीवीपी के मुताबिक यह यात्रा देशद्रोहियों को यह संदेश देने के...

डूसू और एबीवीपी ने डीयू परिसर में निकाली तिरंगा यात्रा
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 27 Feb 2017 11:32 PM
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दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सोमवार को डीयू के उत्तरी परिसर में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया। डूसू और एबीवीपी के मुताबिक यह यात्रा देशद्रोहियों को यह संदेश देने के लिए निकाली गई थी कि डीयू में उनके विचारों के लिए कोई स्थान नहीं है।

पुलिस की बेहद कड़ी सुरक्षा के बीच तिरंगा यात्रा की शुरुआत रामजस कॉलेज के मैदान से दोपहर 1:00 बजे हुई और यह दौलतराम कॉलेज, श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स, पटेल चेस्ट से होती हुई डेढ़ बजे के बाद आर्ट्स फैकल्टी में विवेकानंद की मूर्ति पर जाकर खत्म हुई। यात्रा में कई सौ छात्र शामिल थे और इस दौरान उन्होंने 180 फुट लंबा तिरंगा झंडा ले रखा था। यात्रा के दौरान छात्र ‘भारत माता की जय और ‘ न मार्क्सवाद, न नक्सलवाद, सबसे ऊपर राष्ट्रवाद जैसे नारे लगा रहे थे। विवेकानंद की मूर्ति पर जाकर डूसू के पदाधिकारियों ने छात्रों को संबोधित किया। डूसू अध्यक्ष अमित तंवर इस दौरान सभी छात्रों से आह्वान किया कि किसी कॉलेज या विभाग में कोई देश विरोधी गतिविधि हो तो वहां के छात्र चुप ना रहे। छात्र उसका अपने स्तर पर विरोध करें और हमें बताएं। डूसू के सचिव अंकित सांगवान ने कहा कि यह डीयू है और जिनकी मंशा इसे जेएनयू पार्ट 2 बनाने की है, वह सुन लें यहां ऐसा नहीं होने वाला। उन्होंने मांग की कि जिन शिक्षकों ने अपने सेमीनार में देशद्रोह का आरोप झेल रहे जेएनयू के छात्र उमर खालिद को बुलाया था, वे निलंबित होने चाहिए। उन्होंने कहा कि हम देशद्रोहियों का विरोध करते हैं और करते रहेंगे। गौरतलब है कि रामजस कॉलेज में उमर खालिद के कार्यक्रम को लेकर वापमंथी छात्र संगठन और एबीवीपी के बीच हिंसक झड़प हुई थी।

वामपंथी छात्र संगठन आज करेंगे डीयू में प्रदर्शन

पिछले गुरुवार को रामजस कॉलेज में हुई हिंसक झड़प के बाद वामपंथी छात्र संगठन मंगलवार को एबीवीपी और दिल्ली पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। इन संगठनों ने इसे ‘फाइट बैक डीयू का नारा दिया है। यह प्रदर्शन मार्च दोपहर 12:30 बजे खालसा कॉलेज से शुरू होगा। इस मार्च को जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) शिक्षक संघ और अंबेडकर विश्वविद्यालय के शिक्षक भी इस मार्च को समर्थन देने के लिए पहुंचेंगे।

एनएसयूआई करेगी भूख हड़ताल

डीयू परिसर में हुई हिंसा को लेकर नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) मंगलवार सुबह 11:00 बजे से एक दिन की भूख हड़ताल करेगी। इसके अलावा शाम को 7:00 बजे मशाल जुलूस निकालने की भी तैयारी की है।

विश्वविद्यालय में बोलने की आजादी नहीं तो कहां होगी : प्रो. प्रसांता चक्रवर्ती

डीयू में अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर प्रसांता चक्रवर्ती को गुरुवार को कुछ छात्रों ने लात-घूंसों से पीटा था और उनके ही मफलर से उनका लगा दबाने की कोशिश की गई थी। प्रो. चक्रवर्ती ने इस संबंध में पुलिस में मामला भी दर्ज कराया है। उनका कहना है कि मेरी तबीयत अभी भी ठीक नहीं है और एक तरफ से ही सो पा रहा हूं और मुझे सांस लेने में भी परेशानी है। अभी पता नहीं है कि मैं कब तक उतना ठीक हो पाऊंगा ताकि कक्षाएं ले सकूं। प्रो. चक्रवर्ती ने सवाल उठाया कि यदि शिक्षक और छात्रों को विश्वविद्यालयों में ही बोलने की आजादी नहीं मिलेगी तो कहां मिलेगी। उनके मुताबिक चर्चा, परिचर्चाओं से ही तो किसी मुद्दे पर एक राय बनाने में मदद मिलती है। उनका कहना है कि रविवार को उनकी तबीयत काफी खराब हो गई थी और उन्हें सांस लेने में परेशानी हो रही थी, जिसके बाद वह अस्पताल गए थे।

रामजस के प्राचार्य ने की शांति की अपील

बत्तीस साल रामजस कॉलेज के प्राचार्य रहने के बाद मंगलवार को सेवानिवृत हो रहे डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने कॉलेज के छात्रों ने लिखित अपील में कहा कि वह शांति बनाए रखें। उन्होंने कहा कि रामजस को बनाने में लोगों ने दिन और रात काम किया है और वह कॉलेज के छात्रों से उम्मीद करते हैं कि वह ऐसा कोई काम नहीं करेंगे जिससे रामजस का नाम खराब हो। उन्होंने कहा कि हर मुद्दे का शांति से हल निकाला जा सकता है। अपील से इतर डॉ. प्रसाद ने कहा कि 32 साल के कार्यकाल में ऐसी कई समस्याएं हमारे सामने आई हैं। उन्होंने कहा कि हर समस्या के हल की तरह इसको भी हमने सही तरह से हल कर दिया है।

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