देहरादून-मसूरी रूट की बसों में महिला कंडक्टर काटेंगी टिकट
उत्तराखंड परिवहन निगम ने महिला परिचालकों को राहत देने का फैसला लिया है। इसके तहत दून से मसूरी चलने वाली बसों में महिला परिचालक तैनात होंगी। पिथौरागढ़ से धारचूला रूट की बसों में भी केवल महिला परिचालकों...
उत्तराखंड परिवहन निगम ने महिला परिचालकों को राहत देने का फैसला लिया है। इसके तहत दून से मसूरी चलने वाली बसों में महिला परिचालक तैनात होंगी। पिथौरागढ़ से धारचूला रूट की बसों में भी केवल महिला परिचालकों को तैनाती दी जाएगी। महिला परिचालकों को अब लंबे रूट की बसों में तैनात नहीं किया जाएगा।
उत्तराखंड परिवहन निगम में लगभग 25 महिला परिचालक हैं। इनमें से कुछ बतौर कंडक्टर कार्य कर रही हैं, जबकि अधिकांश को डिपो कार्यालय में अटैच किया गया है। लेकिन महिलाओं को दी गई रियायत का फायदा लगभग 150 पुरूष कर्मचारी भी उठाने लगे हैं। उन्होंने नेताओं से फोन कराकर अपने को कार्यालय में अटैच करा दिया। इसको लेकर रोडवेज कर्मचारियों ने ही विरोध किया तो प्रबंध निदेशक ने अटैचमेंट निरस्त करने के आदेश दिए हैं। आदेश महिला परिचालकों पर भी लागू होगा। लेकिन, महिलाओं की ड्यूटी लंबे रूटों पर नहीं लगेगी। दून में तैनात महिला परिचालकों को मसूरी रूट पर तैनात किया जाएगा। पिथौरागढ़ से धारचूला के लिए एक नया रूट बनाया जाएगा। उसमें भी महिला परिचालकों को तैनाती दी जाएगी। जीएम संचालन दीपक जैन ने बताया कि महिलाओं को दिक्कतें न हों, इसलिए ऐसा किया जा रहा है। जो महिला कंडक्टर पिथौरागढ़ से दून बस में आएगी, उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी रोडवेज की है।
दिव्यांगों को भी रियायत
जिन पुरुष परिचालकों को शारीरिक दिक्कत होगी, उन्हें भी रियायत दी जाएगी। जो कर्मचारी विकालंग हैं, उन्हें परिचालक का काम लेने के बजाय कार्यालय में अटैच किया जा सकता है।