जल संस्थान की योजनाओं में ठेकेदार की लेबर के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों को सचिव पेयजल ने दिया झटका
जल संस्थान की योजनाओं में ठेकेदार की लेबर के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों को सचिव पेयजल ने झटका दिया। सचिव को ज्ञापन देने पहुंचे जल संस्थान संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल को साफ बता दिया...
जल संस्थान की योजनाओं में ठेकेदार की लेबर के रूप में काम करने वाले कर्मचारियों को सचिव पेयजल ने झटका दिया। सचिव को ज्ञापन देने पहुंचे जल संस्थान संविदा कर्मचारी संघ के प्रतिनिधिमंडल को साफ बता दिया गया कि वे कभी संविदा कर्मचारी के रूप में एडजस्ट नहीं होंगे।
संघ के महासचिव मोहन पुरोहित के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि प्रबंधन की ओर से उन्हें धोखा दिया गया है। प्रबंधन ने ये आश्वासन देते हुए आंदोलन स्थगित कराया था कि मुख्यालय से प्रस्ताव शासन को भेज दिया जाएगा। अभी तक प्रस्ताव नहीं भेजा गया है। कर्मचारियों ने सीधे विभाग के स्तर से वेतन जारी करने व विभागीय संविदा में रखने की मांग की।
इस पर सचिव अरविंद सिंह हंयाकी ने कहा कि ठेकेदार के मजदूरों को किस आधार पर संविदा पर रखा जा सकता है। इस तरह का कोई नियम नहीं है। कहा कि यदि कर्मचारियों को श्रम मानकों के अनुरूप वेतन व दूसरी सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, तो वे मदद को तैयार हैं। ठेकेदार के साथ जिन शर्तों पर करार हुआ है, उनका हर हाल में पालन कराया जाएगा।
नपेंगे गड़बड़ी करने वाले अफसर
ठेका कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि अफसरों ने कई शाखाओं में ठेका कर्मचारियों को विभागीय संविदा में गुपचुप तरीके से शामिल करा दिया है। देवप्रयाग, टिहरी का उदाहरण देते हुए कहा कि करीब 28 लोगों को गुपचुप तरीके से संविदा कर्मचारी बना दिया है। सचिव ने कहा कि इस तरह की शिकायतें उनके पास भी आई हैं। वे जांच करा रहे हैं। जो भी अफसर दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।