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पूर्व सीएम को उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी बरी

करीब छह साल पहले पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर पूर्व सीएम डा. रमेश पोखरियाल ‘निशंक उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपियों को दोषमुक्त करते हुए कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिए हैं। इस मामले में...

पूर्व सीएम को उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपी बरी
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 11 Jan 2017 08:00 PM
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करीब छह साल पहले पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर पूर्व सीएम डा. रमेश पोखरियाल ‘निशंक उड़ाने की धमकी देने वाले आरोपियों को दोषमुक्त करते हुए कोर्ट ने साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिए हैं। इस मामले में वादी की पैरवी भी कमजोर पाई गई।

पुलिस कंट्रोल रूम में तीन अगस्त 2010 को फोन कर दो युवकों ने कहा कि 15 अगस्त को वह सीएम को बम से उड़ा देंगे। इस दौरान कंट्रोल रूम में तैनात महिला सिपाही मीना को भी धमकी दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी। इसके बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद से धमकी देने वाले आरोपी मनोज कुमार निवासी ग्राम सिलिंग मुनस्यारी पिथौरागढ़ व शंकर सिंह निवासी ग्राम गुगली पट्टी, थापा पोखरी चमोली को गिरफ्तार कर लिया। दोनों यहां थाना डालनवाला के करनपुर इलाके में स्थित इकबाल काटेज में एक साथ रहते थे। अभियोजन की ओर से इस मामले में वादी महिला कांस्टेबल मीना नेगी के अलावा और कोई गवाह पेश नहीं किया गया। जिस पर अदालत ने 28 नवम्बर 2016 को अभियोजन साक्ष्य का अवसर समाप्त कर दिया। बचाव पक्ष की ओर से अधिवक्ता संजीव शर्मा ने गवाह मीना नेगी से जिरह की। जिरह में मीना ने कहा कि उन्होंने धमकी दिए जाने की जानकारी सीओ को दी थी। मौखिक कहने पर उन्होंने मुकदमा दर्ज करवाया था। इसके अलावा जांच अधिकारी ने आरोपितों के वायस सैम्पल नहीं लिए जो कि आवश्यक प्रक्रिया थी। मीना नेगी ने अदालत में कहा कि उसने कॉल को इसलिए दोबारा सुना कि कॉल वास्तव में धमकी देने के लिए की गई थी या किसी ने मजाक किया था। मीना ने कहा कि कॉल सुनने के बाद वह इस नतीजे पर पहुंची कि कॉल मजाक में की गई थी। कोर्ट ने ठोस साक्ष्य न मिलने पर दोनों आरोपियों को बरी कर दिया है।

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