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Hindi Newsकार कंपनी के खिलाफ पूर्व राज्यमंत्री ने खोला मोर्चा

कार कंपनी के खिलाफ पूर्व राज्यमंत्री ने खोला मोर्चा

देहरादून। कार्यालय संवाददाताविजिलेंस ने देहरादून कोर्ट में सरकारी वकील (एडीजीसी क्रिमिनल) को पांच लाख रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। मंगलवार सुबह सवेरे कोर्ट परिसर में हुए इस गिरफ्तारी के बाद कचहरी...

कार कंपनी के खिलाफ पूर्व राज्यमंत्री ने खोला मोर्चा
लाइव हिन्दुस्तान टीमTue, 06 Dec 2016 07:40 PM
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देहरादून। कार्यालय संवाददाता

विजिलेंस ने देहरादून कोर्ट में सरकारी वकील (एडीजीसी क्रिमिनल) को पांच लाख रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है। मंगलवार सुबह सवेरे कोर्ट परिसर में हुए इस गिरफ्तारी के बाद कचहरी में हंगामा खड़ा हो गया। गिरफ्तारी का विरोध कर रही भीड़ न आरोपी वकील को विजिलेंस के कब्जे से छुड़ा लिया। इस मामले में विजिलेंस की तरफ से अज्ञात लोगों के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है। साथ ही आरोपित वकील के खिलाफ विजिलेंस ने रिश्वत लेने तथा कस्टडी से भागने का मुकदमा दर्ज किया है।

विजिलेंस निदेशक एडीजी अशोक कुमार ने बताया कि शिकायतकर्ता वेद प्रकाश गुप्ता ने एक नवंबर को शिकायत दी थी कि सरकारी वकील अशोक उभान ने उनसे एक मुकदमे में बरी कराने के एवज में सात लाख रुपये की रकम मांग की है। इसके लिए उसे मंगलवार को कचहरी स्थित अपने चैम्बर में बुलाया गया है। इसी आधार पर मंगलवार सुबह साढ़े नौ बजे विजिलेंस की टीम भी कोर्ट स्थित आरोपी सरकारी वकील के चैम्बर के नजदीक घात लगाए बैठी थी। जहां विजिलेंस टीम ने आरोपी को पांच लाख रुपये(दो-दो हजार के नोट)लेते हुए गिरफ़्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान हुए शोरगुल से उभान के चैम्बर के बाहर भीड़ जमा हो गई, उत्तेजित भीड़ ने आरोपित वकील को जबरन विजिलेंस के कब्जे से छुड़ा लिया। हालांकि इस बीच पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंची, मगर तब तक भीड़ आरोपी को मौके से भगा चुकी थी। एडीजी अशोक कुमार ने बताया कि इस मामले में अशोक उभान के खिलाफ रिश्वत लेने, कस्टडी से भागने का मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि अज्ञात भीड़ में शामिल 30 से ज्यादा लोगों के खिलाफ भी कोतवाली में सरकारी काम में बाधा का एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में आरोपी के खिलाफ विजिलेंस के पास वीडियो, ऑडियो, कॉल डिटेल आदि महत्वपूर्ण सबूत हैं। आरोपी को वांटेड घोषित किया गया है। टीम आरोपी की गिरफ्तारी को दबिश दे रही है। हिन्दुस्तान ने उभान से सम्पर्क के लिए कई बार कोशिश की, लेकिन उनका पक्ष नहीं मिल पाया।

मुकदमे में करना था बरी

विजिलेंस निदेशक अशोक कुमार ने बताया कि प्रेमनगर के स्मिथनगर निवासी वेद प्रकाश गुप्ता को कैंट थाने में 2014 में दर्ज एक मुकदमे में गलत जमानत देने पर निचली कोर्ट से कुछ माह पहले तीन साल की सजा हुई थी। इस मामले में आरोपी गुप्ता की तरफ से ऊपरी कोर्ट में अपील की थी। एडीजी अशोक कुमार ने बताया कि इसी मुकदमे में बरी कराने के लिए सरकारी वकील ने सात लाख की रकम की मांग की थी। मगर पैसों की कमी पर वह पांच लाख लेकर गया। इस मामले में कुछ और लोगों की संलिप्तता की जांच की जा रही है।

आरोपी की बेटी की 12 को शादी

रिश्वत मामले के आरोपी वकील अशोक उभान के घर में इसी माह शादी समारोह है। विजिलेंस की कार्रवाई से परिजन खासे परेशान हैं। बार एसोसिएशन ने पुलिस अफसरों से भी शादी समारोह तक अगली कार्रवाई न करने की मांग की है। हालांकि अफसरों ने इस पर कोई भी सकारात्मक भरोसा नहीं दिया है।

कहां से आई रिश्वत की नई करेंसी

आरोपी वकील से पकड़ी गई 5 लाख की रकम में दो-दो हजार के नोट थे। नई करेंसी के लिए जहां लोग दर-दर भटक रहे हैं, वहीं रिश्वतखोरी के लिए इतनी बड़ी रकम कहां से आई। इसकी भी जांच कराई जा रही है।

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