दून अस्पताल का दवा सकंट हुआ खत्म
दून अस्पताल में अब दवाओं की दिक्कत नहीं होगी। प्रबंधन समिति की पहली बैठक में दवाओं की खरीद के लिए एक करोड़ बीस लाख रुपये स्वीकृत कर लिये गए। जबकि लगभग एक करोड़ रुपये ही अन्य खर्चों के लिए स्वीकृत किये...
दून अस्पताल में अब दवाओं की दिक्कत नहीं होगी। प्रबंधन समिति की पहली बैठक में दवाओं की खरीद के लिए एक करोड़ बीस लाख रुपये स्वीकृत कर लिये गए। जबकि लगभग एक करोड़ रुपये ही अन्य खर्चों के लिए स्वीकृत किये गए हैं।
अब दून अस्पताल की पूरी तरह से स्वास्थ्य विभाग पर निर्भरता खत्म हो गई है। महिला विंग में बेबी वार्मर, वेंटीलेटर व फोटोथैरेपी यूनिट भी अब जल्द ही क्रियाशील होंगी। अस्पताल की इमरजेंसी वार्ड का प्रेशर भी कम होगा। तीन नये ईएमओ की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। कुछ ही दिनों बाद उनकी नियुक्ति है। लंबे से बदहाल दून अस्पताल को अब प्रबंधन समिति का सहारा मिल गया है। सोमवार को दून अस्पताल में ही समिति की पहली बैठक प्राचार्य डा. प्रदीप भारती गुप्ता की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में तय किया गया कि हीमोफीलिया पीड़ित मरीजों के लिए अस्पताल अब अपने स्तर पर फैक्टर खरीदेगा। इसके लिए बीस लाख रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। बैठक में और भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गए। दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डा. प्रदीप भारती गुप्ता ने बताया, अब नियमति तौर पर प्रबंधन समिति की बैठक होगी। अब अस्पताल को कई दिक्कत नहीं होगी। मरीजों को प्रबंधन समिति का फायदा ही मिलेगा।
ये बजट हुआ स्वीकृत-
दवा और रसायनों में एक करोड़ बीस लाख रुपये
अन्य व्यय पर 35 लाख रुपये
कैंटीन का बजट 15 लाख रुपये
स्टेशनरी के कलिए 10 लाख रुपये
कंप्यूटर खरीद के लिए दो लाख रुपये
कंप्यूटर की मरम्मत के लिए दो लाख साठ हजार रुपये
कार्यलय व्यय 15 लाख रुपये