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Hindi Newsचुनावी जुमला न रहे पहाड़ का पानी और जवानी: धर्मेंद्र प्रधान

चुनावी जुमला न रहे पहाड़ का पानी और जवानी: धर्मेंद्र प्रधान

केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उत्तराखंड में हमेशा ही पहाड़ के पानी और जवानी की बात उठती है, लेकिन इसद मुद्दे पर कभी भी गंभीरता से काम ही नहीं हुआ। ऐसे में भावी पीढ़ी के लिए...

चुनावी जुमला न रहे पहाड़ का पानी और जवानी: धर्मेंद्र प्रधान
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 27 Nov 2016 05:50 PM
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केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि उत्तराखंड में हमेशा ही पहाड़ के पानी और जवानी की बात उठती है, लेकिन इसद मुद्दे पर कभी भी गंभीरता से काम ही नहीं हुआ। ऐसे में भावी पीढ़ी के लिए जरूरी है कि वह पहाड़ के पानी और जवानी को चुनावी जुमले से निकालकर पहाड़ के लिए कुछ करें।

धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को वाडिया इंस्टीट्यूट में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों की राज्य स्तरीय कार्यशाला के उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि अगर वह एबीवीपी में न होते, तो कभी इस मुकाम तक नहीं पहुंच पाते। विद्यार्थी परिषद एक सोच है और इसका कोई विकल्प भी देश में नहीं है। परिषद किसी के राजनैतिक लक्ष्य पूरा करने के लिए भी नहीं है। उन्होंने चीन की चुनौती से भी आगाह किया। कहा कि अब लड़ाई इस बात की है कि विश्व का नेतृत्व चीन करेगा या भारत। ऐसे में भारत की 65 फीसदी युवा आबादी ही तय करेगी कि उसे देश को किस रास्ते पर ले जाना है। उन्होंने नोट बंदी के फैसले का एतिहासिक बताया और कहा कि कश्मीर में पत्थरबाजी बंद हो गई है, नक्सली टूट चुके हैं। प्रधान ने जेएनयू प्रकरण का भी जिक्र किया और कहा कि देश की अस्मिता से देशभक्त कोई समझौता नहीं कर सकते और वह ऐसे मामलों का सिर उठाकर सामना करेंगे। इस मौके पर भाजपा प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू, परिषद के प्रदेश अध्यक्ष डा.रमाकांत श्रीवास्तव, आरएसएस प्रांत प्रचारक युद्धवीर, एबीवीपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा.डीके शाही, प्रांत संगठन मंत्री बृजेश बनकोटी विधायक हरवंश कपूर, धन सिंह रावत, डीएवी छात्र संघ अध्यक्ष राहुल कुमार, समेत अन्य मौजूद रहे।

दो चरणों में हुई कार्यशाला

इस कार्यशाला में राज्यभर के डिग्री कॉलेजों में विद्यार्थी परिषद के 130 से ज्यादा छात्रसंघ पदाधिकारी शामिल हुए। जिन्हें कॉलेज कैंपस में छात्र संगठन की कार्यपद्वति और चरित्र अनुशासन का प्रशिक्षण दिया गया। क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मपाल ने कहा कि उत्तराखंड में विद्यार्थी परिषद अपने स्वर्णिम दौर में है, जहां 75 फीसदी कॉलेजों में परिषद की जीत हुई है। प्रांत मंत्री लोकेश कालाकोटी ने कहा कि उत्तराखंड में कांग्रेस और सरकार ने छात्र संघ चुनाव में पूरा जोर लगाया, फिर भी परिषद के कार्यकर्ताओं की एकजुटता ने जीत दर्ज कराई।

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