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राजस्थान के लिए अब करो या मरो मुकाबला

राजस्थान रॉयल्स को आईपीएल-5 मुकाबले में टूर्नामेंट से बाहर चुके सहारा पुणे वॉरियर्स के खिलाफ उतरेगी तो उसके लिए प्ले ऑफ में स्थान पक्का करने की दृष्टि से 'करो या मरो' की स्थिति...

राजस्थान के लिए अब करो या मरो मुकाबला
Sat, 12 May 2012 04:25 PM
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घरेलू मैदान पर हार की हैट्रिक बना चुकी पूर्व चैंपियन टीम राजस्थान रॉयल्स यहां रविवार को आईपीएल-5 मुकाबले में टूर्नामेंट से बाहर चुके सहारा पुणे वॉरियर्स के खिलाफ उतरेगी तो उसके लिए प्ले ऑफ में स्थान पक्का करने की दृष्टि से 'करो या मरो' की स्थिति रहेगी।
 
रॉयल्स के 13 मैचों से मात्र 12 अंक हैं और अंक तालिका में वह छठे पायदान पर है। लीग चरण में उसे अब तीन मैच खेलने हैं। तालिका में चौथे नंबर मौजूद मुंबई इंडियंस के खाते में फिलहाल 14 अंक हैं और उसके चार मैच बाकी हैं। ऐसे में रॉयल्स को लगातार जीत दर्ज करने की जरूरत है।
 
विपक्षी टीम पुणे वॉरियर्स का आईपीएल-5 से तो बिस्तर गोल हो चुका है लेकिन अब भी वह राजस्थान जैसी टीमों का खेल बिगाड़ सकती है। टूर्नामेंट में लगातार सात हार झेलने की अप्रत्याशित नाकामी ने पुणे को मानसिक रूप से पंगु बना दिया है लेकिन वह टीम के रूप में एकजुट होकर खेले तो ससम्मान विदाई उसके लिए मुश्किल नहीं होगी।
 
टूर्नामेंट में अब तक के आंकडों देखें तो दोनों टीमों में कहीं भी बराबरी नहीं दिखती है। पुणे की लुटी पिटी टीम से राजस्थान की लड़खड़ाती टीम कहीं बेहतर दिखती है और खासकर उसके स्टार बल्लेबाज अजिंक्या रहाणे तथा कप्तान राहुल द्रविड की कामयाबी उसे पुणे से मीलों आगे ला खड़ा करती है।

मौजूदा सत्र में राजस्थान की अब तक की कामयाबी उसके बल्लेबाजों की सफलता पर ही निर्भर रही है। जब रहाणे या राहुल का बल्ला नहीं चला तब टीम को हार का मुंह देखना पड़ा। इस कारण इन दोनों बल्लेबाजों से टीम प्रबंधन को काफी उम्मीदें रहेंगी। रहाणे के टूर्नामेंट में 480 रन हैं और एक शतकीय पारी उन्हें फिर टूर्नामेंट का औरेंज कैप दिला सकती है। फिलहाल वह सर्वाधिक रन बनाने वालों के बीच दूसरे नंबर पर हैं।
 
राजस्थान के सफलतम गेंदबाज सिद्धार्थ त्रिवेदी अब तक इस सत्र में 11 विकेट ही ले पाए हैं। हालांकि वह विकेट झटकने के मामले में पुणे के किसी भी गेंदबाज से आगे हैं फिर भी यह प्रदर्शन मैच जीतने की गारंटी देने के लिए नाकाफी है।
 
पुणे के लिए सबसे अहम बात है कि उसके नियमित कप्तान सौरभ गांगुली शायद अब मैदान पर दिखाई न दें। टीम प्रबंधन ने अब उन्हें केवल मेंटर की भूमिका में रखने की घोषणा कर दी है। बेंगलोर के खिलाफ पिछले मैच में भी गांगुली मैदान पर नहीं उतरे थे। ऐसे में बुरे दौर से गुजर रहे पुणे को और अधिक ताकत के साथ उतरना होगा।
 
स्टीवन स्मिथ की अगुआई में पुणे टीम शुक्रवार को कोई छाप नहीं छोड़ पाई थे। हालांकि स्मिथ ने अनुष्टुप मजूमदार और रोबिन उथप्पा के साथ मिलकर हार टालने की पूरी कोशिश की थी। अब टीम इस बदले माहौल में अगले मैच के दौरान भाग्य बदलने की उम्मीद करेगी।

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