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मोदी ने कहा दूसरा धौनी मिलने जा रहा है: गोलू

जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाया और कहा कि झारखंड से हूं, तपाक से उन्होंने कहा कि झारखंड को अगला धौनी मिलने जा रहा है। मेरे जीवन का यह सबसे बड़ा कंप्लीमेंट है। जीतने के बाद सबसे पहले...

मोदी ने कहा दूसरा धौनी मिलने जा रहा है: गोलू
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 15 Dec 2014 04:43 PM
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जैसे ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हाथ मिलाया और कहा कि झारखंड से हूं, तपाक से उन्होंने कहा कि झारखंड को अगला धौनी मिलने जा रहा है। मेरे जीवन का यह सबसे बड़ा कंप्लीमेंट है। जीतने के बाद सबसे पहले टीम इंडिया के विराट कोहली का मैसेज मिला। कोच सर ने सबको उनका मैसेज पढ़कर सुनाया। इसके तुरंत बाद शिखर धवन, रवि शास्त्री का मैसेज मिला। धौनी सर ने भी मेल किया, उस वक्त हमलोग प्लेन से वापस इंडिया आ रहे थे। वर्ल्ड कप से बाद जैसे ही वह रांची आएंगे, सबसे पहले मैं उनसे मिलूंगा..यह सारी बातें वर्ल्ड कप विजेता ब्लाइंड क्रिकेट टीम से सदस्य रांची के गोलू ने एक सांस में कह डाली।

पाकिस्तान से बदला लेना जरूरी था
पहला लीग मैच पाकिस्तान के साथ ही था। मैच हारने पर पूरी टीम तनाव में आ गई। तनाव भूलकर इंग्लैंड को न विकेट, ऑस्ट्रेलिया को 9 विकेट, साउथ अफ्रीका को 8 विकेट, श्रीलंका को 130 रन, बंग्लादेश को 10 विकेट से हराकर सेमिफाइनल में पहुंचे। वहां श्रीलंका को 407 का लक्ष्य देकर 320 पर ऑल आउट कर दिया। एक बार फिर फाइनल में पाकिस्तान सामने था। सभी के दिमाग में यही था कि यदि हार गए तो घर कैसे जाएंगे। कोच पैट्रिक राजकुमार ने कहा कि पिछले 20 दिन की मेहनत की पूरी ताकत इस मैच में झाेंक दो। टॉस के वक्त ही दोनों टीम के बीच झड़प हो गई। 390 रन के लक्ष्य का मैच अंतिम ओवर तक खिंचा। लास्ट ओवर में चौका मारकर इंडिया जीत गई।

पीएम ने कहा सबको नौकरी देंगे
देश आते ही सबसे बड़ी खुशी पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर हुई। आते ही उन्होंने सबसे हाथ मिलाया, नाम पूछा। फिर गेंद पर सबके हस्ताक्षर लिए। कहा कि इसे म्यूजियम में लगाएंगे। इस बीच किसी ने कहा कि पूरी टीम के साथ फोटो खिंचवाना है। मोदी तुरंत तैयार हो गए। तब उनको खिलाड़ियों ने अपनी स्थिती के बारे में बताया। पीएम ने कहा कि सभी खिलाड़ियों को हरसंभव मदद किया जाएगा। गोलू ने बताया कि सबने मिलकर बीसीसीआई से कहा कि खिलाड़ियों को कुछ सैलरी और कहीं भी खेलने जाते हैं तो इसका खर्चा दे दें।

केरल के खिलाड़ी करते हैं मजदूरी
इसका एक स्याह पक्ष भी है। किसी खिलाड़ी को कहीं से मदद नहीं मिलती। केरल के कई खिलाड़ी तो 150 रुपए प्रतिदिन पर काम करते हैं। उड़ीसा और महाराष्ट्र में भी यही हाल है। गोलू ने बताया कि साउथ अफ्रीका जाने के लिए किसी के पास पैसा नहीं था। जाने से दो दिन पहले कर्नाटक की एनजीओ ने 10 लाख रुपए दिए, फिर खेल मंत्रलय ने।

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