एजबेस्टन में भारत को है पहले शतक का इंतजार
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की एकदिवसीय सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना चुकी भारतीय क्रिकेट टीम अचानक बेहद संतुलित नजर आने लगी है। टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार से टीम इतनी तेजी से उबर आएगी, किसी...
इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की एकदिवसीय सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना चुकी भारतीय क्रिकेट टीम अचानक बेहद संतुलित नजर आने लगी है। टेस्ट सीरीज में मिली शर्मनाक हार से टीम इतनी तेजी से उबर आएगी, किसी को अंदाजा तक नहीं था।
इंग्लैंड को लगातार दो मैचों में बड़े अंतर से हराने वाली भारतीय टीम ने सोमवार को एक बार फिर सर्वोच्च वरीय आईसीसी एकदिवसीय टीम बनने का गौरव भी हासिल कर लिया। मंगलवार को भारतीय टीम जब इंग्लैंड के खिलाफ एजबेस्टन में चौथा एकदिवसीय खेलने उतरेगी, तो जीत हासिल कर सीरीज पर कब्जा तो जरूर जमाना चाहेगी, लेकिन एजबेस्टन पर भारत को अभी पहले शतक का भी इंतजार है।
वास्तव में भारतीय टीम एजबेस्टन मैदान पर अब तक कुल सात मैच खेल चुकी है, जिसमें उसे चार में जीत और तीन में हार मिली है। लेकिन इन सात मैचों में कोई भी भारतीय बल्लेबाज एजबेस्टन की धरती पर शतक लगाने में सफल नहीं हो सका है।
एजबेस्टन पर भारत की तरफ से गुंडप्पा विश्वनाथ ने 75 रनों की सबसे बड़ी पारी खेली है, जबकि पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली 72 रनों का सर्वोच्च स्कोर हासिल कर सके हैं। एजबेस्टन पर सबसे सफल भारतीय बल्लेबाज लेकिन राहुल द्रविड़ रहे।
द्रविड़ ने एजबेस्टन पर खेले गए कुल चार मैचों में सभी में अर्धशतक लगाया है। वास्तव में द्रविड़ इंग्लैंड के इस स्टेडियम में सबसे सफल विदेशी बल्लेबाज भी हैं। उन्होंने चार मैचों की चार पारी में 67 रनों का सर्वोच्च स्कोर करते हुए 240 रन बनाए हैं।
एजबेस्टन पर भारतीय टीम को जीत दिलाने में अब तक स्पिन गेंदबाजों का योगदान ही सर्वाधिक रहा है, क्योंकि इस मैदान पर भारत 239 रनों का सर्वोच्च स्कोर ही बना सका है। मौजूदा भारतीय टीम में सिर्फ दो बल्लेबाज शिखर धवन और विराट कोहली का ही एजबेस्टन पर रिकॉर्ड बेहतर कहा जा सकता है। लेकिन धवन के मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए मंगलवार को उनके टीम में बने रहने पर ही संदेह है।
दूसरे एकदिवसीय में शतक लगाकर भारत को टेस्ट सीरीज में मिली हार की निराशा से उबारने वाले सुरेश रैना भी एजबेस्टन पर नाकाम ही रहे हैं। अजिंक्य रहाणे ने जरूर अपने निरंतर प्रदर्शन से पिछले इंग्लैंड दौरे पर द्रविड़ की यादें ताजा कर दी हैं और निश्चित तौर पर एजबेस्टन में मंगलवार को उनसे एक बार फिर बड़ी उम्मीदें होंगी।