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Hindi Newsचकर्स पर कार्रवाई करने में आईसीसी ने 20 साल लगा दिए :हायर

चकर्स पर कार्रवाई करने में आईसीसी ने 20 साल लगा दिए :हायर

ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट अंपायर डैरेल हायर ने कहा है कि दब्बू अम्पायरों ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में (चकर्स) गेंदबाजों को बढ़ावा दिया और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने चकर्स पर कार्रवाई...

चकर्स पर कार्रवाई करने में आईसीसी ने 20 साल लगा दिए :हायर
एजेंसीTue, 14 Oct 2014 11:19 AM
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ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट अंपायर डैरेल हायर ने कहा है कि दब्बू अम्पायरों ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में (चकर्स) गेंदबाजों को बढ़ावा दिया और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने चकर्स पर कार्रवाई करने में 20 साल का विलंब कर दिया।
     
अपने साहसिक फैसलों के लिए मशहूर रहे अम्पायर हायर ने श्रीलंका के महान ऑफ स्पिनर मुथैया मुरलीधरन पर 1995 में मेलबोर्न क्रिकेट ग्राउंड पर टेस्ट के दौरान चकिंग का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) को उसी समय उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी।
     
मुरलीधरन पर गलत गेंदबाजी एक्शन के लिए ऑस्ट्रेलिया के हीरास एमर्सन ने एडीलेड में वर्ष 1999 में आरोप लगाया था लेकिन बाद में बायोमैकेनिकल परीक्षण के बाद आईसीसी ने उनके एक्शन को ही सही ठहरा दिया था।
     
वहीं गेंदबाजी करते समय अपनी कोहनी को निर्धारित 15 डिग्री से अधिक मोड़ने के कारण आईसीसी द्वारा निलंबित किए गए पाकिस्तान के ऑफ स्पिनर सईद अजमल के बारे में हायर ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि उन्हें इतने लंबे समय तक गेंदबाजी कैसे करने दी गयी जबकि वह गेंदबाजी के दौरान अपने हाथ को 45 डिग्री से भी अधिक मोड़ते थे।
     
उन्होंने कहा कि मुरलीधरन पर कार्रवाई के बाद एमर्सन के साथ जिस तरह का व्यवहार किया गया उससे अन्य अंपायर भी गलत एक्शन के खिलाफ रिपोर्ट करने से कतराते रहे। एमर्सन को उस मैच के बाद अम्पायरिंग से हटना पड़ा था और वह फिर कभी अंतर्राष्ट्रीय मैच में अम्पायरिंग नहीं कर पाए।
    
हायर्स ने कहा कि आईसीसी द्वारा चकर्स पर जो कार्रवाई अब कीजा रही है उसकी शुरुआत करीब 20 साल पहले ही कर दी जानी चाहिए थी।

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