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RCB vs RPS: धौनी और विराट का होगा 'कप्तानी टेस्ट'

आईपीएल-9 में खराब दौर से गुजर रहीं विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी वाली राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स शनिवार को यहां एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीत की तलाश में...

RCB vs RPS: धौनी और विराट का होगा 'कप्तानी टेस्ट'
एजेंसीFri, 06 May 2016 03:34 PM
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आईपीएल-9 में खराब दौर से गुजर रहीं विराट कोहली की रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर और महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी वाली राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स शनिवार को यहां एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में जीत की तलाश में उतरेंगी।
         
टूर्नामेंट में अच्छे खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद ये दोनों ही टीमें विजयी प्रदर्शन कर पाने में अब तक असमर्थ रहीं हैं। पुणे ने हालांकि पिछले मुकाबले में दिल्ली डेयरडेविल्स को सात विकेट से हराकर पटरी पर लौटने के संकेत दिये हैं लेकिन टीम की यह नौ मैचों में मात्र तीसरी ही जीत है और वह तालिका में छठे स्थान पर है। वहीं बेंगलुरू की हालत भी खराब है जो सात मैचों में दो ही जीत सकी है और सातवें स्थान पर खिसक चुकी है।


तालिका में अंतिम स्थान पर पहुंच चुकी दोनों ही टीमों के लिये जीत की पटरी पर लौटने के अलावा और कोई विकल्प अब नहीं है और एक और हार से इनकी बची हुई उम्मीदों को करारा झटका लगेगा। बेंगलुरू के पास जहां भारतीय टेस्ट कप्तान विराट हैं तो पुणे के पास सीमित ओवर कप्तान धौनी का अनुभव और मार्गदर्शन है।
          
पुणे को पिछले दो मैच हारने के बाद गुरुवार को दिल्ली के खिलाफ जीत नसीब हुई जो इसलिए भी मायने रखती है क्योंकि टीम इस समय अपने चार अहम खिलाड़ियों को शेष टूर्नामेंट के लिए गंवा चुकी है। स्टीवन स्मिथ, फाफ डू प्लेसी, केविन पीटरसन और मिशेल मार्श सभी चोटिल होकर बाहर हो चुके हैं और अब धौनी के लिये अंतिम एकादश में बदलाव करने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है। हालांकि अजिंक्या रहाणे, सौरभ तिवारी, तिसारा परेरा, अशोक डिंडा कुछ ऐसे खिलाड़ी हैं जो निरंतर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और टीम की ताकत इन्हीं से बनी हुई है।

दिल्ली को उसी के मैदान पर हराने में रहाणे (नाबाद 63) के अलावा नए शामिल हुए उस्मान ख्वाजा ने भी अहम भूमिका निभाई। इसके अलावा रजत भाटिया ने जबरदस्त गेंदबाजी की। रहाणे टीम के बल्लेबाजी क्रम की ताकत हैं और सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं जिन्होंने अब तक 49 के औसत से 343 रन बनाये हैं जिसमें पांच अर्धशतक शामिल हैं। धौनी भी मध्यक्रम में रन बनाने का प्रयास कर रहे हैं और बेंगलुरू के हाथों पिछले मैच में मिली 13 रन की हार का बदला चुकता करने के लिये इनकी अहम भूमिका रहेगी।
        
हालांकि रविचंद्रन अश्विन अब तक फॉर्म में नहीं लौट सके हैं। वह टीम के अनुभवी स्पिनर हैं लेकिन पिछले मैच में भी अश्विन चार ओवर में 34 रन देकर कोई विकेट नहीं ले सके और सबसे महंगे गेंदबाज रहे थे। उनके खाते में अब तक नौ मैचों में 69.66 के औसत से 209 रन लुटाने के बाद तीन विकेट ही आए हैं।  
         
नाजुक दौर से गुजर रही पुणे के लिए अब गलतियां करने का मौका भी नहीं है इसलिए व्यक्तिगत तौर पर सभी खिलाड़ियों को प्रदर्शन में सुधार की जरूरत है। वैसे टीम के पास परेरा, रजत, डिंडा और मुरूगन अश्विन के रूप में अच्छा गेंदबाज हैं। परेरा (आठ विकेट) टीम के सफल गेंदबाजों में है। बेंगलुरू के खिलाफ पुणे के पिछले मैच में भी परेरा (34 रन पर तीन विकेट) सबसे सफल और विकेट लेने वाले एकमात्र गेंदबाज रहे थे।
         
बेंगलुरू ने अपना पिछला मैच कोलकाता से पांच विकेट से गंवाया था। इस मैच में टीम 185 का बड़ा स्कोर बनाने और लोकेश राहुल तथा कप्तान विराट के अर्धशतों के बावजूद आखिरी समय में मैच गंवा बैठी। विराट अपनी ओर से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और सात मैचों में 72.16 के औसत से 433 रन बना चुके हैं जिसमें नाबाद शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं। टूर्नामेंट के सबसे सफल बल्लेबाज होने के बावजूद वह टीम को जीत नहीं दिला पा रहे हैं। ए बी (320) दूसरे तथा लोकेश राहुल (184) तीसरे श्रेष्ठ स्कोरर हैं। वहीं गेल की भी वापसी हो गई है।
         
वैसे अब तक टीम को मिली पराजयों में उसकी हार की वजह खराब क्षेत्ररक्षण और बकवास गेंदबाजी की भूमिका रही है। केकेआर के खिलाफ तबरेज शम्सी ने सबसे अधिक निराश किया था और चार ओवर में 51 रन देकर विपक्षी टीम को जीत तोहफे में दे दी। हालांकि ऑलराउंडर शेन वॉटसन और युजवेंद्र चहल अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं लेकिन बाकी खिलाड़ियों को भी अपनी भूमिका निभानी होगी।

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