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मुंबई को चाहिये जीत का ‘टॉनिक’

भारतीय क्रिकेट टीम के दो स्टार खिलाड़ियों रोहित शर्मा और विराट कोहली के नेतृत्व वाली मुंबई इंडयिन्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर विश्वस्तरीय खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद आईपीएल आठ में अब तक खास...

मुंबई को चाहिये जीत का ‘टॉनिक’
एजेंसीSat, 18 Apr 2015 03:58 PM
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भारतीय क्रिकेट टीम के दो स्टार खिलाड़ियों रोहित शर्मा और विराट कोहली के नेतृत्व वाली मुंबई इंडयिन्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर विश्वस्तरीय खिलाड़ियों की मौजूदगी के बावजूद आईपीएल आठ में अब तक खास प्रदर्शन कर नहीं कर पाई हैं और रविवार को एक दूसरे के खिलाफ मुकाबले में इनके पास जीत के साथ नयी शुरुआत करने का मौका रहेगा।
       
मुंबई पिछले चारों मैच हारकर अंकतालिका में आखिरी आठवें स्थान पर है तो बेंगलोर उतार चढ़ाव से गुजर रही है और अब तक दो मैचों में एक हार और एक जीत के साथ सातवें नंबर पर है। दोनों ही टीमों को जीत की सख्त जरूरत है ताकि उनका खोया भरोसा लौटे और वह एक बार फिर टूर्नामेंट में खड़ी हो सकें।
       
हालांकि मुंबई का यह हाल कुछ नया नहीं है और उसने पिछले सत्र में भी पांच मैच हारने के बावजूद सेमीफाइनल तक जगह बनाई थी। लेकिन हर बार कहानी एक सी नहीं होती है। मुंबई एकमात्र ऐसी टीम है जिसने आईपीएल आठ में अब तक एक भी जीत का स्वाद नहीं चखा है। वह टूर्नामेंट में कोलकाता, पंजाब, राजस्थान और चेन्नई से हार झेल चुकी है और अपनी कप्तानी में टीम को एक बार चैंपियन बना चुके रोहित बस यही दुआ कर रहे होंगे कि उनकी हार का क्रम यहीं रूके। दूसरी ओर विराट की बेंगलोर अभी उतार चढ़ाव से गुजर रही है। उसने कोलकाता को हराया है तथा हैदराबाद से आठ विकेट से हार झेली है।
      
भारतीय टीम के दो स्टार बल्लेबाज रोहित और विराट पर निजी स्तर पर अच्छे प्रदर्शन के साथ अपनी अपनी टीमों को भी आगे लेने का दबाव बना हुआ है। पिछले मैच में चेन्नई के खिलाफ 184 का मजबूत लक्ष्य रखने के बावजूद हारी मुंबई की टीम को एक बार फिर अपने प्रदर्शन की समीक्षा करने की जरूरत है। रोहित ने मैच के बाद माना कि लगभग हर रणनीति को अपनाने के बावजूद टीम हार रही है और वह चिंता की बात है। मुंबई की समस्या सही क्रम को शीर्ष क्रम में उतारने की रही है।

मुंबई लगातार नये कांबिनेशन ढूंढ रही है और रोहित, एरन फिंच, पार्थिव पटेल और वेस्टइंडीज के लेंडल सिमंस को शीर्ष क्रम में उतारने के बावजूद उसे कोई सफलता नहीं मिली है। फिंच चोट के कारण पिछले मैच में नहीं खेले थे और संभवत वह पूरे सत्र से बाहर रहेंगे जबकि चेन्नई के खिलाफ मैच में ओपनिंग क्रम के बल्लेबाजों ने बेहद निराश किया।
        
टीम लगातार अपने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव कर रही है लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिल पा रही है। पिछले मैच में रोहित (50) और कीरोन पोलार्ड (64) ने स्थिति को संभाला जबकि चौथे नंबर पर उतारे गये कोरी एंडरसन कोई कमाल नहीं कर सके। चोटिल फिंच की जगह ओपनिंग में उतारे गये सिमंस पांच रन पर पवेलियन लौट गये और अब बेंगलोर के खिलाफ मैच में उन्हें बेहतर प्रदर्शन से टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिये अच्छी पारी खेलनी होगी।           
         
टीम के धाकड़ गेंदबाज श्रीलंका के लसित मिलगा भी अब तक अपनी क्षमता के अनुरूप नहीं खेल सके हैं। चेन्नई ने जिस तरह से छह ओवर में 90 रन का स्कोर खड़ा किया उसने बॉक्स में बैठे मुंबई के दिग्गज मेंटरों के माथे पर शिकन ला दी। चेन्नई के खिलाफ बड़े स्कोर का बचाव भी नहीं कर पाना मुंबई के गेंदबाजों की बड़ी असफलता मानी जा सकती है। मलिंगा 40 रन लुटाकर एक विकेट ले पाये तो भज्जी ने 44 रन देकर दो विकेट लिये। आखिरी ओवर में 1.4 ओवर में पोलार्ड भी 26 रन पर एक विकेट लेकर महंगे साबित हुये।
         
खराब गेंदबाजी के अलावा मैच में खराब क्षेत्ररक्षण ने भी कप्तान रोहित की कमजोर रणनीति और फील्डरों की कमियों को उजागर किया। अहम समय पर चेन्नई के बल्लेबाज जब चौके छक्के उड़ा रहे थे बाउंड्री के पास क्षेत्ररक्षक नदारद थे। ऐसे में बेंगलोर के खिलाड़ी अपने घरेलू मैदान पर हर संभव रणनीति के साथ मनोवैज्ञानिक दबाव में आ चुकी मुंबई की कमजोर स्थिति का फायदा उठाने का प्रयास करेंगे।
          
बेंगलोर के पास भी मुंबई की ही तरह अच्छा बल्लेबाजी क्रम है जिसमें वेस्टइंडीज के तूफान क्रिस गेल, ए बी डीविलियर्स और खुद विराट हैं। इसके अलावा मध्यक्रम में डैरेन सैमी अच्छे खिलाड़ी है। गेल अब तक दो मैचों में 117 रन बनाकर टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर हैं जबकि ए बी ने भी संतोषजनक प्रदर्शन किया है जबकि गेंदबाजों में युजवेंद्र चहल पर सबसे अधिक जिम्मेदारी रहेगी। उन्होंने अब तक सर्वाधिक तीन विकेट निकाले हैं जबकि सीन एबोट, सैमी, अबु नेचिम पर बेहतर प्रदर्शन का दबाव होगा।

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