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रैना और भुवी के प्रदर्शन से दर्शक हुए मायूस

भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले वनडे मैच में भारत की हार के बाद दर्शकों ने कोई उतपात नहीं मचाया। लेकिन जीत के करीब पहुंचने के बावजूद हार मिलने से कई दर्शकों की आंखें छलछला गई थी, जबकि ज्यादातर...

रैना और भुवी के प्रदर्शन से दर्शक हुए मायूस
एजेंसीMon, 12 Oct 2015 01:55 PM
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भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहले वनडे मैच में भारत की हार के बाद दर्शकों ने कोई उतपात नहीं मचाया। लेकिन जीत के करीब पहुंचने के बावजूद हार मिलने से कई दर्शकों की आंखें छलछला गई थी, जबकि ज्यादातर क्रिकेट प्रेमी मायूस होकर घर लौटे।

स्टेडियम में मौजूद दर्शकों को अपने घरेलू मैदान ग्रीन पार्क में खेलने वाले उत्तर प्रदेश के दो खिलाड़ियों बल्लेबाज सुरेश रैना और भुवनेश्वर कुमार से काफी उम्मीदे थी लेकिन दोनों के नाकाम रहने से उनके प्रशंसकों को निराशा हुई।

भुवनेश्वर की गेंदों पर जब 48वें ओवर की पहली और दूसरी गेंद पर लगातार दो छक्के पड़े तब दर्शकों ने उनके खिलाफ नारेबाजी भी की। इसी तरह जब रैना ने बल्लेबाजी के लिए आए तो दर्शक उत्साहित हो गए लेकिन बायें हाथ का यह बल्लेबाज केवल तीन रन बनाकर आउट हो गया। स्टेडियम में इससे सन्नाटा छा गया।

इसके बाद कप्तान महेंद्र सिंह धौनी के आउट होने से दर्शक उठकर अपने-अपने घर जाने लगे। इससे दर्शकों की उम्मीद खत्म हो गई थी।

ग्रीन पार्क में पहली बार इस क्रिकेट मैच में पवेलियन छोर का नाम बदलकर परमट छोर कर दिया गया है। अब पवेलियन दूसरी तरफ नया बन गया है इसलिए जब उस तरफ से गेंदबाजी शुरू हुई तो पहले तो कमेंटटर ने उसे पवेलियन छोर ही बोला लेकिन तब उन्हें बताया गया कि वहां से पवेलियन हटाकर दूसरी तरफ कर दिया गया है।

उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के अधिकारियों ने बताया कि उस तरफ एक पुराना मंदिर परमट है जिसके नाम पर इस छोर का नाम रखा है। उसके बाद कमेंटटरों ने परमट छोर बोलना शुरू कर दिया ।
   
मैच सुबह नौ बजे से शुरू होना था लेकिन दर्शकों को ग्रीन पार्क स्टेडियम में सुबह साढ़े छह बजे से एंट्री दे थी। दर्शकों की लंबी लंबी कतारें सुबह पांच बजे से ही स्टेडियम के सभी गेटों पर लग गईं थी। आठ बजे तक स्टेडियम पूरी तरह से भर चुका था।

इस बीच हमेशा की तरह देर से आने वाले दर्शक बाहर ही खड़े रहे। इन दर्शकों ने स्टेडियम में हंगामा भी किया लेकिन पुलिस ने उन्हें स्टेडियम के अंदर आने की इजाजत नहीं दी। प्रशासन के तमाम दावों के बाद भी स्टेडियम में बिना टिकटअधिकारियों और पुलिसकर्मियों के परिजनों ने मुफ्त में मैच का आनंद लिया। कुछ टिकट खरीदने वाले दर्शक मैदान के बाहर ही रह गए।

जिला प्रशासन के दावों के बावजूद स्टेडियम में लगे स्टॉल में तीन गुना कीमत पर खाने की वस्तुएं बेची गईं। पानी की बोतल 50 रुपए की, समोसा 20 रुपए का, छोला भटूरा 60 रुपए का जबकि चाय 20 रुपए में बिकी। कानपुर के ग्रीन पार्क तथा आसपास के इलाके को प्रशासन ने 'नो टोबैको जोन' घोषित कर रखा था और सिगरेट और पान मसाला बेचने वाले और खरीदने वाले पर जुर्माने का प्रावधान किया था लेकिन ग्रीन पार्क के अंदर बने खाने के स्टॉल पर सिगरेट और पान मसाला बिक रहा था ।
   
मैच में अव्यवस्था का आलम यह था कि एक पूर्व खिलाड़ी और कमेंटेटर के साथ फोटो खिंचाने के लिए दर्शकों का हुजूम उमड़ पड़ा। बाद में पुलिस अधिकारियों ने उस खिलाड़ी से दर्शकों को से दूर किया।

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